बिहार में एक बार फिर से पोस्टर वार से सियासत गर्म, लालू परिवार को बताया गया 'ए-टू-जेड फैमिली पार्टी'
By एस पी सिन्हा | Published: April 22, 2022 03:10 PM2022-04-22T15:10:12+5:302022-04-22T15:10:12+5:30
बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कई पोस्टर लगे नजर आए. हालांकि साफ नहीं हो सका है कि किस ने ये पोस्टर लगवाए.
पटना: बिहार में एक बार फिर से पोस्टर के जरिए सियासत गर्मा गई है. इसमें लालू परिवार और राजद के विरोधियों ने शुक्रवार को पटना में कई जगहों पर पोस्टर लगाया हैं. इस पोस्टर के जरिए तेजस्वी यादव की तरफ से किए जा रहे ए-टू-जेड वाले समीकरण की हवा निकालने की कोशिश की गई है. विरोधियों ने राजद के ए-टू-जेड के दावे पर ही निशाना साधा है.
राजद को निशाने पर लेते हुए पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाकर विरोधियों ने बताया है कि राजद के ए-टू-जेड का मतलब हर पद पर लालू-राबडी परिवार के लोगों का कब्जा करना है. राजद पर पोस्टर से तंज किसने किया है यह जानकारी नहीं है. पोस्टर में ऊपर की चार तस्वीरों में लालू यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष, राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष बिहार विधान परिषद, तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष विधान सभा, मीसा भारती को सांसद और तेज प्रताप यादव को विधायक बताते हुए तंज कसा गया है.
लालू-राबड़ी और उनके बेटे-बेटियों को सारे महत्वपूर्ण पदों पर दिखाया गया है. लालू को महाराजा, राबड़ी देवी को महारानी, तेजस्वी और तेज प्रताप को राजकुमार और मीसा को राजपुत्री लिखा गया है. ऊपर बड़े अक्षरों में लिखा है, 'ए-टू-जेड फैमिली पार्टी. इनका उसूल है, जबतक काम है तब तक नाम है. बाकी दूर से ही सलाम है.' लालू परिवार की तस्वीर के नीचे लिखा है, 'हे स्वार्थ तेरा शुक्रिया. एक तू ही है, जिसने लोगों को आपस में जोड़े रखा है.'
इसके अलावा पोस्टर के निचले भाग में विधायक भाई वीरेंद्र, शिवानंद तिवारी, राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, अब्दुलबारी सिद्धीकी, श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी और एमएलसी सुनील सिंह की तस्वीर है. राजद नेताओं की तस्वीर के नीचे लिखा है, इन परिवारों के खेल पुराने हैं. कुर्सी पाने में पहले अपने बाकी सब बेगाने हैं.
दरअसल, इससे पहले राजद ने ए-टू-जेड की पार्टी बताते राजद का मतलब सभी जाति और धर्म को साथ लेकर चलने वाली पार्टी के रूप में पेश किया था.