बिहार में घटने लगी है बेटियों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग में मचा है हड़कंप, अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर मारे जा रहे हैं छापे
By एस पी सिन्हा | Published: May 28, 2023 06:04 PM2023-05-28T18:04:24+5:302023-05-28T18:06:28+5:30
इस अत्याधुनिक दौड़ में महिलाएं और पुरुष हर क्षेत्र में अपना परचम एक साथ लहराते में मशगूल होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आज भी कुछ लोग बेटियों से ज्यादा बेटों की चाह रखते है।
पटना: नेशनल फैमिली प्लानिंग के द्वारा बिहार में कराए गए के एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि लड़कियों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है। हालांकि उसने अभी आंकड़ा जारी नही किया है। लेकिन बिहार में स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दे दी है। यह जानकारी सामने आने बाद स्वस्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, इस अत्याधुनिक दौड़ में महिलाएं और पुरुष हर क्षेत्र में अपना परचम एक साथ लहराते में मशगूल होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आज भी कुछ लोग बेटियों से ज्यादा बेटों की चाह रखते है। ऐसे में कई ऐसे लोग अल्ट्रा साउंड जांच के जरिय गर्भ में ही नवजात की ह्त्या करवा देते हैं।
जानकारों के अनुसार गलत ढंग से चलाये जा रहे ऐसे अल्ट्रासाउंड जो बिना डॉक्टर, बिना मान्यता के परिचालन हो रहे है। यह सभी भ्रूण ह्त्या जैसे संगीन मामलों को अंजाम देते हैं। जिसे रोकने और गैर क़ानूनी उल्ट्रासाउंड सेंटरों को खंगालने में बिहार स्वास्थ्य विभाग की जांच दल टीम जुटी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर ऐसे उल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ताला जड़ने की तैयारी में जुट गई है।
इस संबंध में पटना के सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि जिले में लगातार गैर क़ानूनी ढंग से चलाये जा रहे उल्ट्रासाउंड सेंटरों पर करवाई की जा रही है। पटना बड़ा क्षेत्र है। यहां मजिस्ट्रेट के साथ मेडिकल टीम जांच दल और स्थानीय पुलिस के सहयोग से करवाई की जा रही है।
पटना जिले में निबंधित 834 उल्ट्रासाउंड सेंटर रजिस्टर्ड है। जिसमे 514 के लगभग उल्ट्रासाउंड सेंटर कार्यरत हैं। इसके अलावे जितने भी गैर क़ानूनी ढंग से उल्ट्रासाउंड सेंटर जांच दल के द्वारा करवाई में पाया जाएगा, उसपर क़ानूनी कारवाई कर उसे बंद किया जाएगा।