नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंची जदयू विधायक के रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत, जमीन कब्जा करने का आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: November 7, 2022 05:43 PM2022-11-07T17:43:21+5:302022-11-07T17:43:21+5:30
बिहार में नीतीश कुमार के जनता दरबार में कुछ ऐसे मामले सामने आए जिसके बारे में सुनकर मुख्यमंत्री भी चौंक गए। एक मामला तो ऐसा आया जिसमें नीतीश कुमार की पार्टी के विधायक के रिश्तेदारों पर भी गंभीर आरोप लगाए जा रहे थे।
पटना: बिहार में मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम सोमवार से फिर शुरू हो गया। पूजा को लेकर काफी दिनों से जनता दरबार कार्यक्रम नही हो पा रहा था। बहरहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए लोगों की फरियाद सुनी।
इस दौरान व्याप्त अराजकता और अधिकारियों के मनमाने पर से भी वह दो-चार हुए। फरियादियों ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। मधुबनी से आये एक फरियादी ने कहा कि दाखिल खारिज के लिए अंचलाधिकारी ने पचास हजार रूपये मांगे।
फरियादी ने कहा, 'हमने पैसा नहीं दिया तो बाहर निकाल दिया और कहा कि जाइए, नहीं करेंगे दाखिल खारिज। पैसा दीजिए तभी दाखिल खारिज होगा। पैसा ऊपर तक जाता है...मुख्यमंत्री तक नीचे से पैसा जाता है, डीएम साहब को भी पैसा जाता है।'
शिकायत सुन मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया और कहा कि मधुबनी के शख्स आये हैं। इनका दाखिल खारिज सीओ नहीं कर रहा है। इसको दिखवाइए, सीओ बहुत इधर-उधर कर रहा है।
जदयू विधायक के रिश्तेदार पर भी आरोप
इन सबके बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने एक अजीबोगरीब मामला पहुंचा। उनकी ही पार्टी के एक विधायक के रिश्तेदारों पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए एक पूर्व मंत्री के बेटे ने फरियाद लगाई। दरअसल, खगड़िया के बेलदौर से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री के सामने बैठते ही कहा कि सर क्या आप मुझे पहचानते हैं?
मुख्यमंत्री कुछ सोच पाते इसके पहले ही युवक ने कहा कि मैं पूर्व मंत्री घनश्याम सिंह का बेटा हूं, जो चौथम विधानसभा से क्षेत्र से जीतकर आते थे।
उसने बताया कि बेलदौर से जदयू विधायक पन्नालाल पटेल के भांजे ने जमीन पर कब्जा कर रखा है। पिछले डेढ़ दशक से मैं परेशान हूं। नीतीश कुमार को यह भी बताया कि विधायक के रिश्तेदारों ने खूब संपत्ति बना रखी है और दबंगई दिखाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आपके निजी जमीन पर किसी ने कब्जा कर लिया है तो कानूनी कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने तत्काल राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों के पास युवक को भेजा। इसी तरह का मामला अररिया से भी जनता दरबार में आया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौंक गए। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों से पूछा कि अरे भाई अररिया में ये क्या हो रहा है?