Bihar News: बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने लिया संकल्प, मरने के बाद आंख करेंगे दान!
By एस पी सिन्हा | Published: August 3, 2024 05:45 PM2024-08-03T17:45:13+5:302024-08-03T17:46:01+5:30
Bihar News: दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद के नेतृत्व में समिति के सभी सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष को शॉल एवं सम्मान पत्र भेंट किया।
पटनाःबिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने संकल्प लिया है कि मरने के बाद वह अपनी आंखें को दान करेंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है। राष्ट्रीय अंगदान दिवस की पूर्व संध्या पर आज दधीचि देहदान समिति द्वारा विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव के स्वैच्छिक नेत्रदान की घोषणा पर बिहार विधान सभा के मुख्य भवन स्थित वाचनालय में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हर किसी को यह संकल्प लेना चाहिए। उनके जाने के बाद उनका अंग किसी के काम आए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।
उन्होंने यह संकल्प पूरी परिवार की सहमति से लिया है। इस अवसर पर दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद के नेतृत्व में समिति के सभी सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष को शॉल एवं सम्मान पत्र भेंट किया। इस समारोह के आयोजन का उद्देश्य बिहार के लोगों के बीच ‘मृत्यु के पश्चात भी अमरत्व पाने का श्रेष्ठ तरीका है नेत्रदान’ इस संदेश का प्रसार करना था।
इस अवसर पर नंद किशोर यादव ने कहा कि मैं कॉलेज के समय से रक्तदान करता आ रहा हूं। रक्तदान से शरीर को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचती है बल्कि इससे असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि मेरा यह प्रयास, समाज से जो प्राप्त हुआ है, उसे चुकाने की कोशिश है। इस दिशा में दधीचि देहदान समिति का कार्य सराहनीय है।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष गंगा प्रसाद ने कहा कि जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु सुनिश्चित है। किसी के मृत शरीर के विसर्जन के पूर्व अंगों से किसी को जीवनदान मिल सके तो उनका जीवन सार्थक होगा। समिति के महामंत्री पद्मश्री बिमल जैन ने बिहार की जनता से अनुरोध किया कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएं। नेत्रदान में किसी के आंख की एक झिल्ली से किसी के जीवन का अंधेरा दूर होता है। अंगदान से पीड़ित मानवता को मदद मिलती है।