Bihar NDA: तेजस्वी यादव की तारीफ कर फंसे वीआईपी प्रमुख और मंत्री मुकेश सहनी, विधायक राजू सिंह ने किया हमला
By एस पी सिन्हा | Published: January 22, 2022 05:34 PM2022-01-22T17:34:14+5:302022-01-22T17:35:23+5:30
Bihar NDA: राजद के खिलाफ लड़कर हम विधानसभा तक पहुंचे हैं. अब राजद से वीआईपी की निकटता बढ़ रही है, जो कहीं से उचित नहीं है.
Bihar NDA: बिहार एनडीए में चल रहे मौजूदा खींचतान के बीच वीआईपी पार्टी में भी बगावत के सुर दिखाई देने लगे हैं. कारण कि मुकेश सहनी ने भाजपा के खिलाफ लगातार मोर्चा खोल रखा है.
इस प्रकरण में जहां मुकेश सहनी खुद को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का फॉलोवर बताते हैं तो तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताकर आगे की राजनीति में भी दिलचस्पी दिखा चुके हैं. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी के विधायक ही अब उनके साथ नहीं दिख रहे हैं. इसबीच पार्टी के विधायक राजू सिंह को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहनी का यह रवैया पसंद नहीं आ रहा.
उन्होंने साफ लहजे में कह दिया है कि वो लालूवाद के विरोधी हैं और पार्टी से बढ़कर राजनीति करते हैं. राजू सिंह ने भी मुकेश सहनी और भाजपा के बीच चल रहे मतभेदों को लेकर कहा कि गठबंधन धर्म का पालन होना चाहिए. अभी जो भी चल रहा है वो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इसका गलत संदेश जा रहा है. उन्होंने कहा कि वीआइपी के विधायक भाजपा के साथ चुनाव मैदान में थे.
राजद के खिलाफ लड़कर हम विधानसभा तक पहुंचे हैं. अब राजद से वीआईपी की निकटता बढ़ रही है, जो कहीं से उचित नहीं है. जिसने चुनाव के पहले पीठ में छूरा मारा उसी के नजदीक जाने का मैसेज खराब जाएगा. राजू सिंह ने कहा वे मुकेश सहनी से मिलकर अपनी बात अपना पक्ष रखेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारा बेस ही एंटी राजद रहा है और हम उसी पर चल रहे हैं. हमलोग पार्टी से आगे बढ़कर राजनीति करने वालों में हैं. राजू सिंह ने कहा है कि मुकेश सहनी मजबूती के साथ अपनी पार्टी को चला रहे हैं और निषाद आरक्षण के मसले पर उन्होंने बिल्कुल सही जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि आरक्षण के लिए मंत्री पद की कुर्सी चली जाए तो इसमें कोई हर्ज नहीं.
उन्होंने कहा कि समय के साथ बातों को बदलना हमारी फितरत में नहीं है. तेजस्वी और लालू यादव पर मुकेश सहनी के दिये बयान पर कहा कि हो सकता है अभी उनको (मुकेश सहनी) अच्छे लगने लगे हों. कब बुरे लगे कब अच्छे लगने लग गये. यहां बता दें कि गठबंधन तोड़ने की धमकी देने के बाद मुकेश सहनी के सामने अब इस बात की चुनौती आ चुकी है कि उनके फैसले के साथ कितने विधायक रहेंगे?
चूंकि खुद मुकेश सहनी भाजपा कोटे की सीट पर विधान पार्षद हैं और जीते हुए चार विधायकों में एक का निधन हो चुका है. हालांकि मुकेश सहनी ने यह भी कह दिया है कि उन्हें कोई फिक्र नहीं कि उनके विधायक साथ रहेंगे या नहीं रहेंगे? जबकि भाजपा के तरफ से ये बयान आ चुका है कि मुकेश सहनी गीदड़ भभकी देते हैं. अगर उन्हें बाहर जाना है तो जाकर दिखाना चाहिए.