वारिस पठान पर भड़का मुस्लिम संगठन, सिर कलम करने पर रखा 11 लाख का इनाम
By पल्लवी कुमारी | Published: February 22, 2020 06:22 AM2020-02-22T06:22:24+5:302020-02-22T06:23:09+5:30
भाजपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि एआईएमआईएम नेता वारिस पठान का विवादास्पद बयान यह दर्शाता है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर साजिश और घृणा की राजनीति चल रही है। भाजपा ने ऐसे बयानों पर कानून का विरोध करने वाले ‘उदारवादियों की चुप्पी’ पर भी सवाल उठाये ।
एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के बयान ' 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे' पर सियासी घमाशान जारी है। इसी बीच मुस्लिम और अल्पसंख्यक संगठन भी वारिस पठान के खिलाफ हो गए हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को कंपनी बाग रोड में कुछ हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने वारिस पठान के खिलाफ प्रदर्शन किया। मुजफ्फरपुर के एक अल्पसंख्यक सामाजिक संगठन हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा ने वारिस पठान का सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा नाम के सामाजिक संगठन के संयोजक तमन्ना हाशमी ने वारिस पठान के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उसे देश विरोधी बताया है।
दक्षिण कर्नाटक में सीएए के विरोध में 16 फरवरी को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम नेता ने कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पठान के बयान पर कहा, ‘‘ सीएए के विरोध में पूरे देश में जिस प्रकार की घृणा की राजनीति कुछ लोग जो कर रहे हैं उसका उदाहरण आज हम लेकर आए हैं।’’ एआईएमआईएम नेता के बयान का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि अगर भाजपा के नेता ने ऐसा कोई बयान दे दिया होता तो आज सारे तथाकथित ‘लिबरल’ सड़क पर उतर जाते, पूरे देश में कोहराम मचा देते। उन्होंने कहा कि लेकिन आज एक भी सामने नहीं आ रहा है, एक भी सवाल नहीं पूछ रहा है।
उन्होंने कहा कि ओवैसी की पार्टी के कद्दावर नेता वारिस पठान कहते हैं कि हम छीन कर लेंगे आजादी। पात्रा ने कहा, ‘‘ मैं इन तथाकथित लिबरल से पूछना चाहता हूं कि कौन सी आजादी चाहिए, किससे आजादी चाहिए?’’