बिहारः नसबंदी के दो साल बाद गर्भवती हुई 4 बच्चों की मां, 11 लाख रुपये के हर्जाने की मांग को लेकर ठोका मुकदमा   

By एस पी सिन्हा | Published: March 8, 2021 08:01 PM2021-03-08T20:01:13+5:302021-03-08T20:02:10+5:30

बिहार में मुजफ्फरपुर के मोतीपुर स्थित महना गांव में 2 साल पहले परिवार नियोजन के तहत नसबंदी ऑपरेशन करवाने वाली एक महिला फिर से गर्भवती हो गई। 

Bihar Muzaffarpur Mother 4 children pregnant after two years of sterilization damages Rs 11 lakh | बिहारः नसबंदी के दो साल बाद गर्भवती हुई 4 बच्चों की मां, 11 लाख रुपये के हर्जाने की मांग को लेकर ठोका मुकदमा   

27 जुलाई 2019 को मोतीपुर पीएचसी में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराया था। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsबच्चे की पढ़ाई-लिखाई के खर्च के साथ मुआवजा भी दें।नसबंदी ऑपरेशन में कुछ परसेंट फेल्यूअर रेट तो रहता है। महिला मुजफ्फरपुर के मोतीपुर स्थित महना गांव की रहने वाली है।

पटनाः बिहार के सरकारी अस्पताल में नसबंदी करवाने के दो साल बाद एक महिला के गर्भवती होने का मामला सामने आया है।

परिवार नियोजन के ऑपरेशन का यह मामला अब मुजफ्फरपुर उपभोक्ता फोरम तक पहुंच गया है, जहां ऑपरेशन कराने वाली महिला ने 11 लाख रुपये के हर्जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव पर उपभोक्ता न्यायालय में मामला दर्ज कराया है। इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 16 मार्च तय की गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला मुजफ्फरपुर के मोतीपुर स्थित महना गांव की रहने वाली है। जिसने 27 जुलाई 2019 को मोतीपुर पीएचसी में परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराया था। इसके बाद भी वह गर्भवती हो गई है। फुलकुमारी के पहले से चार बच्चे हैं और वह पांचवां बच्चा नहीं चाहती थीं। हालांकि कुछ दिन पहले ही उसे पता चला कि वह फिर से गर्भवती हो गई है।

वह इस बच्चे के भरण-पोषण के लिए बिलकुल तैयार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जब मैंने मोतीपुर पीएचसी में जाकर अपने गर्भवती होने की जानकारी दी तो मेरा अल्ट्रासाउंड करवाया गया। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में फुलकुमारी गर्भवती पाई गईं। रिपोर्ट आने के बाद से वह काफी परेशान है। वह खुद हैरान है कि नसबंदी के दो साल बाद वह फिर से गर्भवती कैसे हो गई?

फुलकुमारी के परिजन भी इस रिपोर्ट के आने से हैरान है। अब उन्होंने पांचवे बच्चे के पालन-पोषण के लिए सरकार से 11 लाख रुपये हर्जाने के तौर पर मांगे हैं। इस मामले पर फुलकुमारी के अधिवक्ता डॉ. एसके झा ने कहा कि यह गंभीर मामला है, जिसके लिए स्वास्थ्य महकमे के सर्वोच्च पदाधिकारी भी जिम्मेदार हैं।

मामले में प्रधान सचिव के अलावा स्वास्थ्य सचिव, परिवार नियोजन के उपनिदेशक और मोतीपुर पीएचसी के प्रभारी डॉक्टर को पक्षकार बनाया गया है। अधिवक्ता ने कहा कि वो फुलकुमारी के न्याय की लडाई हर स्तर पर लड़ेंगे।

Web Title: Bihar Muzaffarpur Mother 4 children pregnant after two years of sterilization damages Rs 11 lakh

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