बिहारः मुंगेर में मूर्ति विसर्जन पर हंगामा, सड़क पर उतरे लोग, निर्वाचन आयोग ने डीएम और एसपी को हटाया, पुलिस की कई गाड़ियों में लगाई आग
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2020 02:28 PM2020-10-29T14:28:18+5:302020-10-29T15:34:21+5:30
मुंगेर में एसपी लिपि सिंह का भारी विरोध देखने को मिला है. मुंगेर में भीड़ का गुस्सा नियंत्रण से बाहर होते जा रहा है. भीड़ ने दो थानों को आग लगाकर जला दिया है.
पटनाः बिहार में मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हंगामा मामला अब तक शांत नहीं हो सका है. मूर्ति विसर्जन के दौरान फायरिंग का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है.
इस बीच चुनाव आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच मगध के डिविजन कमिश्नर को दे दी गई है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे. नए डीएम और एसपी की तैनाती आज कर दी जाएगी. मुफस्सिल पुलिस स्टेशन मुंगेर के थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार सिंह और बासुदेवपुर ओपी के प्रभारी सुनील कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
आज घटना के खिलाफ लोगों ने आक्रोश पू्र्ण प्रदर्शन किया है. मुंगेर में एसपी लिपि सिंह का भारी विरोध देखने को मिला है. मुंगेर में भीड़ का गुस्सा नियंत्रण से बाहर होते जा रहा है. भीड़ ने दो थानों को आग लगाकर जला दिया है.
पूर्व सराय थाना और बासुदेवपुर ओपी को भीड़ ने फूंक डाला. अब भीड़ कोतवाली थाना की ओर बढ़ रही है. दोनों थानों की कई गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी.
घटना से आक्रोषित लोग लगातार कर रहे हैं कि मुंगेर में लिपि सिंह की तानाशाही नहीं चलेगी. नाराज लोग एसपी ऑफिस पर पथराव कर रहे हैं. नाराज लोगों ने कोतवाली थाना का घेराव कर हंगामा कर रहे हैं.वहीं, दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान युवकों पर लाठीचार्ज और गोली कांड में युवक की मौत के विरोध में आज भी शहर भर के बाजार बंद रहे. चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य सुबह से ही बाजार में दुकानों को बंद रखने की अपील की है.
इस दौरान घटना के विरोध में शहर में प्रदर्शन किया गया. गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ी फूंक दी है. बताया जा रहा है कि पूर्वसराय ओपी पुलिस स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ की गई है. गु्स्साए लोगों ने पुलिस के 2 वाहनों को फूंक दिया है. वहीं लोगों के उग्र विरोध के बीच पुलिस भी मौके से नदारद हो गई. इसबीच विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है. तेजस्वी यादव ने सीधे-सीधे वहां की एसपी पर निशाना साधा है और जनरल डायर की संज्ञा दे दी.
इसी बीच एक बार फिर से मुगेर में स्थिति चिंताजनक हो गई है. शहर में सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की गाडी को आग के हवाले कर दिया है. आक्रोशित युवकों के जत्थे ने एसडीओ के गोपनीय शाखा कार्यालय में भी तोडफोड की. घटना के दौरान माहौल तनावपूर्ण बन गया है.
आक्रोशित युवकों के जत्थे ने शहर के पूरब सराय फांरी में लगी दो पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया. बिहार विधानसभा चुनाव के बीच और मुंगेर में वोटिंग के एक दिन पहले घटना घटित होने से शहर में एसपी के खिलाफ आक्रोश फैला हुआ है. वहीं राजनीतिक दलों ने भी गोलीकांड को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश और पुलिस प्रशासन को कटघडे़में खडा किया है. उधर, घटना के न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं. यहां बता दें कि मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और आम लोगों के बीच झडप का एक वीडियो वायरल होने के बाद जमकर बवाल मचा है.
इस वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी एक वाहन को घेरकर कुछ लोगों की पिटाई कर रहे हैं. इस झडप में एक युवक की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गये. फायरिंग में कई लोगों को गोली लगी जिसमें एक शख्स की मौत हो गई. इतना नहीं मुंगेर की क्रुर पुलिस ने मूर्ति विसर्जन कर रहे लोगों पर अंधाधुंध लाठियां बरसाई थी. वीडियो वायरल होने के बाद मुंगेर पुलिस पूरी तरीके से बैकफूट पर है.
Election Commission of India (ECI) orders immediate removal of SP & DM of Munger. An inquiry has been ordered into the incident by Asangba Chuba Ao, Divisional Commissioner, Magadh that has to be completed with the next seven days. New DM & SP to be posted in Munger today itself. https://t.co/hQicA6zArM
— ANI (@ANI) October 29, 2020
मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए.
यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बडी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.
बाद में मुंगेर के डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने इस मामले में सफाई भी दी. उन्होंने घटना के दो अलग-अलग वीडियो क्लिप जारी किए. एसपी लिपि सिंह ने कहा कि विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें करीब 20 जवान घायल हो गए. एक पुलिस अधिकारी को गंभीर चोट आई. एसपी लिपि सिंह ने यह भी कहा था कि पथराव के बाद असामाजिक तत्वों की ओर से गोलीबारी की गई जिसमें एक युवक की मौत हो गई.
लेकिन बाद में मुंगेर एसपी लिपि सिंह इस घटना के बाद खामोश हो गई हैं. नाराज लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की मांग की है. लोगों ने कहा कि वह इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी से लेकर चुनाव आयोग तक शिकायत करेंगे. वही, मुंगेर एसपी ने पुलिस फायरिंग से इंकार किया है और कहा कि यह फायरिंग भीड़ की ओर से की गई है. इस हमले में थानेदार समेत करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए है.