CM नीतीश आरजेडी के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बीच हुई मुलाकात के बाद चढ़ा सियासी पारा
By एस पी सिन्हा | Published: July 22, 2019 04:42 PM2019-07-22T16:42:23+5:302019-07-22T16:42:23+5:30
महागठबंधन का अहम सहयोगी दल हम के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, राजनीति में कुछ भी संभव है. वहीं, राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मुलाकात करना चर्चा में है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बीच रविवार को दरभंगा में हुई अकेले में आधे घंटे की मुलाकात के बाद कयासों का दौर जारी है. चर्चा है कि राजद के कई विधायक जदयू के संपर्क में है और वे कभी भी पाला बदल सकते हैं. वहीं राजद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस मुलाकात से बेफिक्र रहते हुए कहा कि हमारी पार्टी एकजुट है.
हालांकि महागठबंधन का अहम सहयोगी दल हम के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, राजनीति में कुछ भी संभव है. वहीं, राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मुलाकात करना चर्चा में है. दोनों नेताओं की इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
खासकर तब, जब मिथिलांचल में राजद के दो कद्दावर नेताओं और मुस्लिम चेहरों में से एक पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी जदयू में शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं. हालांकि, सिद्दीकी ने इसे गैर राजनीतिक औपचारिक मुलाकात बताया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा के अलीनगर में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका हाल जानने के बाद अलीनगर के ही राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर रुपसपुर गए, जहां वे करीब आधे घंटे तक रहे. इस मुलाकात ने सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है. लेकिन अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि मुख्यमंत्री से उनकी बाढ के हालात पर चर्चा हुई. उन्होंने इसे गैर राजनीतिक मुलाकात बताया.
मुख्यमंत्री के लगातार सरकार पर निशाना साधते नजर आने वाले सिद्दीकी के घर जाकर गुफ्तगू में राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं. दरअसल, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद पार्टी नेताओं में दरार और तकरार बढ़ती जा रही है. ऐसे में यदि सिद्दीकी पर नीतीश कुमार का जादू चल जाता है तो मिथिलांचल से राजद का सफाया तय माना जा रहा है.
हालांकि, राबड़ी देवी ने नीतीश-सिद्दीकी मुलाकात को गैर राजनीतिक करार देते हुए कहा कि बाढ़ का इलाका है और सिद्दीक़ी जी के गांव में भी बाढ़ आई है, इस वजह से नीतीश कुमार वहां गए थे. इसमें कोई और बात नहीं थी. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी को तोड़ने की भी कोई कोशिश नहीं की जा रही है. हमारी पार्टी एकजुट है. राजद पहले भी मजबूत था और अब भी मजबूत है.