मधुबनी में हत्याकांडः सीएम नीतीश से मिले पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, बिहार में सियासत तेज
By एस पी सिन्हा | Published: April 5, 2021 07:56 PM2021-04-05T19:56:24+5:302021-04-05T19:57:16+5:30
पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह के साथ जदयू के आधा दर्जन से ज्यादा राजपूत नेताओं ने बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर गांव का दौरा किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है.
पटनाः बिहार के मधुबनी जिले में हुए हत्याकांड को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. इस घटना को अब जातीय रंग देने की कोशिश की जा रही है.
इस कांड में मारे गए सभी लोग राजपूत जाति से आते हैं. लिहाजा अब सत्तारूढ़ दल जदयू के उन नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है, जो इसी तबके से आते हैं. पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह के साथ जदयू के आधा दर्जन से ज्यादा राजपूत नेताओं ने बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर गांव का दौरा किया और अब इन नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है.
मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, जदयू नेता शैलेंद्र प्रताप, राणा रणधीर सिंह के साथ-साथ पूर्व विधायक मनजीत सिंह ने मुख्यमंत्री से इस बात की गुहार लगाई है कि मधुबनी कांड के दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाये. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद नेताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने इस संबंध में डीजीपी से बात की है और जरूरी कार्रवाई करने का भरोसा भी दिया है.
इम सभी नेताओं ने कल मधुबनी जाकर पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद इन नेताओं ने कहा कि पीड़ित परिवार को अभी भी डर सता रहा है कि उन पर जानलेवा हमला किया जा सकता है. इसलिए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से परिवार को सुरक्षा दिलाने का आग्रह किया गया और मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में डीजीपी को तुरंत आदेश दिया है.
साथ-ही-साथ जय कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह का नरसंहार के पूर्ण आवृत्ति ना हो इसको लेकर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है. साथ ही प्रशासन की लापरवाही इस घटना में देखने को मिली है, जिस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है.यहां उल्लेखनीय है कि मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना इलाके के मोहम्मदपुर में हुई घटना को अब जातीय रंग दिया जा रहा है.
राजपूत जाति के लोगों के मारे जाने के बाद अब करणी सेना ने भी इस में एंट्री ले ली है. इसी तबके से आने वाले मंत्री नीरज कुमार सिंह और जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह भी वहां का दौरा कर चुके हैं. क्षत्रिय समाज से जुडे़ संगठन अब मोहम्मदपुर का रुख करने लगे हैं.
ऐसे में जदयू के क्षेत्रीय नेताओं को यह डर सताने लगा है कि कहीं यह पूरा मामला उनकी राजनीति को प्रभावित ना कर दे. अब इस मामले पर सियासी दर्द दिखाने की कोशिश भी हो रही है. घटना के आरोपी अभी भी फरार हैं. पुलिस की कार्यशैली लगातार सवालों के घेरे में है और मधुबनी नरसंहार को लेकर सत्ताधारी दल के नेता फजीहत झेल रहे हैं.