बिहारः पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारा, कहा-रामायण कहानी को सत्य नहीं मानते हैं...
By एस पी सिन्हा | Published: September 21, 2021 08:18 PM2021-09-21T20:18:06+5:302021-09-21T20:19:42+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि राम को कहा जाए कि कोई महापुरुष थे और जीवित थे इस चीज को भी हम नहीं मानते हैं.
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने अब प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर ही सवाल खडे़ किए हैं.
उन्होंने श्रीराम की ऐतिहासिकता को मानने से इनकार लरते हुए कहा कि वे रामायण की कहानी को सत्य नहीं मानते हैं. मांझी ने कहा कि राम को कहा जाए कि कोई महापुरुष थे और जीवित थे इस चीज को भी हम नहीं मानते हैं. वह मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहार में रामायण पढ़ाने की भाजपा की मांग पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
वहीं, जीतन राम मांझी के इस विवादित बयान पर भाजपा नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि रामायण को कोई मिटा नहीं सकता है. इससे पहले यूपीए की सरकार ने अस्तित्व पर सवाल उठाया था. जबकि अयोध्या में पुरात्तव विभाग ने जब खनन किया तो भगवान राम के मंदिर के अस्तित्व होने का प्रमाण मिला. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण की स्वीकृति दे दी.
पटेल ने कहा कि भगवान राम को कोई नकार नहीं सकता। सदियों से यह चलती आ रही है कि घर-घर में लोग भगवान राम की पूजा करते हैं, जो इस तरह का बयान दे रहे हैं वैसे लोगों को पूरे रामायण को पढ़ने की जरूरत है. यदि रामायण पढ़ लेंगे तब इस तरह का बयान कभी नहीं देंगे.
यह करोड़ों लोगों की आस्था का सवाल है. इसके साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है. जो रामायण पढ़ लेगा उसे इस बात की पूरी जानकारी मिल जाएगी कि भगवान राम कौन थे? मर्यादा पुरुषोत्तम राम के ऊपर कोई सवाल नहीं उठा सकता? नासा ने भी इस बात की सत्यता को स्वीकार किया है. इसे कोई नकार नहीं सकता.