पटना: महापर्व छठ के दिन गुरुवार को छठ गीतों से मशहूर लोक गायिका पद्मश्री शारदा सिन्हा को अंतिम विदाई दी गई। पटना में गंगा तट के गुलबी घाट पर दिन के 10.30 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर घर के सदस्यों के अलावा उनके चाहने वाले बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव भी घाट पर मौजूद रहे। शारदा सिन्हा पंचतत्व में विलीन हो गईं।
उनकी अंतिम यात्रा उनके राजेंद्र नगर आवास से निकली। उनके परिवार के सदस्यों और प्रशंसकों ने उन्हें कंधा दिया। अंतिम यात्रा में भाजपा नेता रामकृपाल यादव सहित भाजपा, जदयू, राजद के कई नेता समेत हजारों लोग शामिल हुए। अंतिम विदाई के दौरान पूरा क्षेत्र 'शारदा सिन्हा अमर रहें', 'जब तक सूरज चांद रहेगा, शारदा तेरा नाम रहेगा' और 'छठी मइया की जय' के नारे से गूंज उठा। अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद लोगों की आंखों में आंसू थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
बता दें कि शारदा सिन्हा के निधन से करीब डेढ़ महीने पहले ही उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का निधन हुआ था। इसे लेकर शारदा सिन्हा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट भी शेयर की थी। पति का भी अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर किया गया था और पद्मश्री शारदा सिन्हा की भी अंतिम इच्छा यहीं पर पंचतत्व में विलीन होने की थी। शारदा सिन्हा लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थीं। दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था, जहां छठ के पहले दिन मंगलवार को उनका निधन हो गया।