बिहार: क्या कामेश्वर चौपाल बनेंगे डिप्टी सीएम! रखी थी राम मंदिर की पहली ईंट, जानिए उनके बारे में
By विनीत कुमार | Published: November 13, 2020 11:16 AM2020-11-13T11:16:43+5:302020-11-13T11:21:04+5:30
बिहार चुनाव में एनडीए की सफलता के बाद अब सरकार गठन पर चर्चा हो रही है। इस बीच कामेश्वर चौपाल का नाम तेजी से चर्चा में उभरा है। रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें डिप्टी सीएम का पद सौंपा जा सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों बाद अब राज्य में सरकार के गठन को लेकर चर्चा जारी है। इस बीच आज एनडीए की बैठक भी है। माना जा रहा है कि इस बैठक नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री का पद दिए जाने का ऐलान हो सकता है। बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि नीतीश कुमार ही सीएम होंगे। इन सारी बातों के बीच एक और नाम तेजी से चर्चा में आ गया है।
दरअसल, सूत्रों के अनुसार बीजेपी नेता कामेश्वर चौपाल को बिहार में डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी कामेश्वर चौपाल के नाम को लेकर चर्चा की गई है। इन अटकलों पर कामेश्वर चौपाल ने कहा है, 'पार्टी का कार्यकर्ता हूं, पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी मुझे स्वीकार है।'
ऐसे में ये साफ नहीं है कि अगर कामेश्वर चौपाल को डिप्टी सीएम बनाया जाता है तो सुशील कुमार मोदी की भूमिका क्या होगी। सूत्रों के अनुसार बीजेपी बिहार में दो डिप्टी सीएम पद की भी मांग कर रही है।
कामेश्वर चौपाल कौन हैं
कामेश्वर चौपाल बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं और दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन में भी कामेश्वर चौपाल अग्रिम भूमिका निभा चुके हैं। 1989 के राम मंदिर आंदोलन के समय शिलान्यास में कामेश्वर चौपाल ने ही मंदिर की पहली ईंट रखी थी। RSS ने उन्हें पहले कारसेवक का दर्जा दिया है।
कामेश्वर चौपाल 1991 में दिवंगत एलजेपी नेता रामविलास पासवान के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। उन्होंने बीजेपी के टिकट पर साल 2014 में सुपौल लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था।
मधुबनी जिले में अपनी पढ़ाई-लिखाई करने वाले कामेश्व चौपाल यहीं से संघ के संपर्क में आए थे। कामेश्वर चौपाल श्रीराम लोक संघर्ष समिति के बिहार प्रदेश के संजोयक और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं।
दिवाली के बाद शपथ लेंगे नीतीश कुमार
नीतीश कुमार सातवीं बार बतौर बिहार के मुख्यमंत्री अगले हफ्ते शपथ ले सकते हैं। नीतीश ने हालांकि गुरुवार को कहा कि एनडीए की बैठक में ही औपचारिक तौर पर गठबंधन के नेता का ऐलान होगा।
शपथ ग्रहण को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है। मंत्रियों की संख्या के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों में इसकी सीमा पहले से ही निर्धारित है। अब कितने मंत्री पहले दौर में और उसके बाद बनते हैं, यह तो बाद की चीज है।
जेडीयू को इस चुनाव में कम सीट आने के बारे में सफाई देते हुए नीतीश ने कहा, 'हमलोगों ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया और उसके बाद भी कोई भ्रम पैदा करता है और लोग भ्रमित होते हैं तो यह उनका अधिकार है।'