बिहार: जीतन राम मांझी ने कहा-आपसी स्वार्थ से त्याग नेताओं को आना होगा साथ, नहीं तो NDA को होगा फायदा
By एस पी सिन्हा | Published: October 22, 2019 08:45 PM2019-10-22T20:45:50+5:302019-10-22T20:45:50+5:30
महाराष्ट्र और हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के बाद के बाद जारी एग्जिट पोल पर उन्होंने कहा कि सारे एग्जिट पोल भाजपा के पक्ष में है. मांझी ने कहा कि जनता को विकास, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था की स्थिति को देख कर मतदान करने की आवश्यकता है.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एकबार फिर से महागठबंधन की एकता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि महागठबंधन के बड़े नेताओं को आपसी स्वार्थ से त्याग कर एक होना होगा तभी एनडीए को परास्त किया जा सकता है. उन्होंने फिर से स्वीकार किया है कि महागठबंधन के नेताओं में आपसी तालमेल की कमी है. जिसका फायदा एनडीए को फायदा मिल रहा है.
महाराष्ट्र और हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के बाद के बाद जारी एग्जिट पोल पर उन्होंने कहा कि सारे एग्जिट पोल भाजपा के पक्ष में है. मांझी ने कहा कि जनता को विकास, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था की स्थिति को देख कर मतदान करने की आवश्यकता है. लेकिन एनडीए मुद्दों को पीछे छोड़ राष्ट्रीयता, धार्मिकता, संप्रदायिकता, भारत-पाकिस्तान के मुद्दे पर युवाओं को बहुत ज्यादा प्रभावित कर रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों राज्य में भाजपा की सरकार बन सकता है. लेकिन बिहार में दलितों ने उनका बखूबी साथ दिया है. नाथनगर में हम पार्टी और सिमरी बख्यतियारपुर में वीआईपी के पक्ष में गोलबंद होकर मतदान किया है. वहीं सतापक्ष पर धन बल के दुरूपयोग का भी आरोप लगाया. मांझी ने दावा करते हुए कहा कि उपचुनाव में दलिप, अतिपछडा, पिछड़ा वर्ग ने उनका साथ दिया है. अगर ऐसा ही रहा तो आगामी विधानसभा 2020 में महागठबंधन के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा लोग खड़े नजर आयेंगे.
वहीं, महागठबंधन के नेताओं को मांझी ने फिर से नसीहत देते हुए कहा कि महागठबंधन के बड़े नेताओं को अपना स्वार्थ त्यागना चाहिए. भाजपा को हराने के लिए राष्ट्रीय हित में निर्णय ले. एनडीए गठबंधन को बिहार में सरकार बनाने से रोकने के लिए महागठबंधन नेताओं को एकजुट होना पड़ेगा. मांझी ने स्वीकार किया कि महागठबंधन में नेताओं के बीच तालमेल नहीं बैठ रहा. जिसका भरपुर फायदा एनडीए लगातार उठा रहा है. उन्होंने आाशा व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली गलतियों से सबक लेते हुए महागठबंधन को आगामी विधानसभा चुनाव एकजुटता से लड़ना चाहिए.