बिहार: जदयू ने भाजपा से दो टूक कहा, "नीतीश कुमार ही एनडीए हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 3, 2022 05:14 PM2022-07-03T17:14:58+5:302022-07-03T17:19:46+5:30
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे और नीतीश कुमार के बरक्स खड़े होने की कोशिश में मात खा चुके उपेंद्र कुशवाहा आज उसी नीतीश कुमार की पार्टी के जरिये बयान देकर बिहार भाजपा को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वो नीतीश कुमार को हल्के में न लें और न ही उनके खिलाफ गलत बयानबाजी करें।
पटना: बिहार की सियासत में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। खासकर बिहार एनडीए में और वो इसलिए क्योंकि बीते कुछ दिनों से बिहार की सियासत में केंद्र ने जो पैरामिलिट्री फोर्स के जरिये एंट्री मारी है, वो नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को रास नहीं आ रहा है।
शायद यही कारण है कि पार्टी के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों-इशारों में बिहार भाजपा के स्पष्ट संदेश दे दिया है कि "NDA is Nitish Kumar and Nitish Kumar is NDA".
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे और नीतीश कुमार के बरक्स खड़े होने की कोशिश में मात खा चुके उपेंद्र कुशवाहा आज उसी नीतीश कुमार की पार्टी के जरिये बयान देकर बिहार भाजपा को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वो नीतीश कुमार को हल्के में न लें और न ही उनके खिलाफ गलत बयानबाजी करें।
उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा के चैलेंज देते हुए कहा, “अगर भाजपा काबिल है और उसे नीतीश कुमार की जरूरत नहीं है या फिर उसके मन में नीतीश कुमार को लेकर कोई शंका है तो वह उन्हें निकाल दें। लेकिन वो इस बात को गांठ बांधकर रख लें कि बिहार में जब से एनडीए है नीतीश कुमार ही उसका चेहरा हैं और जब तक आगे बिहार में एनडीए रहेगा, नीतीश कुमार ही उसका चेहरा रहेंगे।
मालूम हो कि बीते कुछ समय से बिहार एनडीए में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। दरअसल, पिछले कुछ समय से भाजपा और जनता दल यूनाइटेड के बीच एक नहीं बल्कि कई मुद्दों को लेकर आपसी खिंचतान उभर कर सामने आ रहा है। दोनों ओर से जारी बयानबाजी के कारण भी इस बात को बखूबी समझा सकता है कि नीतीश कुमार का समीकरण भाजपा से साथ कुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
यह मामला तब और ज्यादा बिगड़ गया है, जब केंद्रीय रक्षा मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ पूरे बिहार में जमकर हिंसक प्रदर्शन हुए। इस दौरान भाजपा नेताओं और सांसदों पर भी हमले का प्रयास किया गया। जिस कारण केंद्र ने भाजपा नेताओं और भाजपा के दफ्तरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी।
सेना की नई स्कीम 'अग्निपथ' के खिलाफ जब बिहार में हिंसक प्रदर्शन हो रहे थे तो बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल और नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री रेनू देवी के आवास पर भी हमला हुआ था। इन्हीं हमलों को देखते हुए डॉक्टर संजय जयसवाल ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने उपद्रवियों को भाजपा नेताओं को टारगेट करने की खुली छूट दी हुई है।