बिहार: JDU नेता का तेजस्वी यादव पर आरोप, कहा-चुनावी हलफनामे में नही किया गया है जिक्र, नौकरी के नाम पर लिया गया जमीन
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2020 07:02 PM2020-11-01T19:02:40+5:302020-11-01T22:12:02+5:30
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने चुनाव में अपने माता-पिता को तो दरकिनार किया ही है, साथ ही एक जीमन का जिक्र अपने ब्योरा तक नहीं किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी के डीएनए में राजनीतिक अपराध है.
पटना: जदयू नेता और बिहार सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए तेजस्वी समेत लालू परिवार पर हमला बोला. उन्होंने बताया कि तेजस्वी के नाम से उनके ननिहाल फुलवरिया और सरायकेला में कई कट्ठा जमीन है, जो गरीबों से नौकरी दिलाने के नाम पर लिया गया है, पर इस जमीन का जिक्र तेजस्वी ने चुनाव आयोग के हलफनामे में नही किया है. नीरज ने कहा कि लालू परिवार गरीब लोगों को जमीन क्यों नही लौटाता? जब गरीबों की जमीन नौकरी के नाम पर ले सकते हैं तो वो दूसरों को नौकरी कैसे दे सकते हैं? रोजगार जैसे विषय पर तेजस्वी का बोलना बकवास है और तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार के राजकुमार हैं.
नीरज कुमार ने खुलासा करते हुए कहा कि 1.2.1994 को जो जमीन का निंबधन हुआ था वो निबंधन तरुण यादव के नाम से हुआ था. अगर तेजस्वी और तरुण यादव एक ही हैं तो इस जमीन को चुनावी हलफनामें में क्यों नहीं दर्शाया गया है? जदयू के नेता ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि मैं ये प्रमाण इसलिए दे रहा हूं कि बिहार की जनता ये देखे कि आखिर ये मामला क्या है? इस चुनाव में लालू प्रसाद जी के दोनों बेटे चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता राजद शासन के जंगलराज को नहीं भूल सकती है. उस दौर को जनता ने झेला है. राजद नेता तेजस्वी यादव लाख कोशिश कर लें, पर जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है. तरह-तरह के उनके लुभावने वायदे का सच जनता जानती है. नीरज ने कहा कि तेजस्वी के नाम से 8 कट्ठा, तेजप्रताप के नाम से 6 कट्ठा जमीन है. इस परिवार ने बीपीएल रेखा के नीचे वाले लोगों को भी नही छोड़ा है. लालू और तेजस्वी आदतन अपराधी हैं और हम इनकी शिकायत चुनाव आयोग में करेंगे. उन्होंने कहा कि तथ्य छिपाने के आरोप में इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. लालू परिवार ने बताया था कि तेजस्वी ही तरुण हैं. फिर इस जमीन की जानकारी हलफनामे में क्यों नहीं है? मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि चुनाव में खुद की संपति को लेकर एक हलफनामा देना होता है कि आपके पास संपति कितनी है.
वहीं, नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने चुनाव में अपने माता-पिता को तो दरकिनार किया ही है, साथ ही एक जीमन का जिक्र अपने ब्योरा तक नहीं किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी के डीएनए में राजनीतिक अपराध है. इस मामले को चुनाव आयोग में ले जाने की बात करते हुए नीरज ने कहा कि अगर मैं झूठ बोल रहा हुं तो मानहानि का दावा करें या फिर गरीबों की जमीन को वापस करें. नीरज ने आरोप लगाते हुए कहा कि अल्पसंख्यक सहित कई लोगों की जमीन लालू परिवार ने हड़प ली है. उन्होंने कहा कि जमीन के मामले में इन लोगों ने किसी को नहीं बख्शा है. ये वो जमीन का जिक्र कर रहे हैं, जो अल्पसंख्यकों का है. आप कहते हैं रोजगार देंगे, लेकिन ये जमीन लिखवाने वाला कौन सा रोजगार है? आपने जब कहा था कि जब तरुण यादव और तेजस्वी एक ही हैं तो फिर चुनावी हलफनाफे में क्यों नहीं जिक्र किया है?
नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव इन जीमनों को लौटाने का त्याग भी नहीं कर सकता है वो बिहार की जनता का क्या भला करेंगे? उन्होंने चुनौती दी है कि राजद शासन में हुए अपहरण पर श्वेतपत्र जारी करें तेजस्वी यादव. जनता को वे सच बताएं कि उन अपहरणों के पीछे कौन लोग थे? क्यों अपहरण एक उद्योग बना हुआ था, राजद शासन में? नीरज कुमार ने खसरे के कागज दिखाते हुए कहा कि उस जमीन की लागत लगभग 70 लाख रुपए की है, तो फिर उस संपत्ती का ब्यौरा क्यों नहीं? आखिर किसके नाम है ये, ये तरुण यादव कौन है?. निरज कुमार ने कहा कि ये पहला इंसान हैं जिसने अपने ननिहाल को भी नहीं छोड़ा, तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए उनकी मंशा क्या है? नीरज कुमार ने कहा कि वो अपने मां- बाप के जंगलराज पर झूठी माफी मांगते हैं. जब वे माफी मांग रहे हैं तो उनके राज में हड़पी जमीने लोगो को वापस क्यों नहीं लौटा देते? अगर आपने मां बाप को अपने पोस्टर्स से गायब कर दिया है, तो फुलवरिया और सेलारकलां के जमीन को भी खुद से अलग कीजिये.
राजद के नेता मनोज झा पर हमला बोलते हुए नीरज कुमार ने कहा कि बिहार देश के अंदर उदाहरण है जहां सामान्य वर्ग को भी सहायता दी जाती है. इनको बताना चाहिए राजद को की सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत मिलने वाले आरक्षण का विरोध मनोज झा ने क्यों किया था?. उन्होंने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जिस सात निश्चय की वे हर मंच पर तारीफ करते थे, वही आज उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है. महिलाएं सशक्त हुई हैं. जिलों में शैक्षणिक संस्थान खुले हैं. इसमें भी चिराग पासवान को दिक्कत हो रही है.इसके साथ ही चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राघोपुर में लोजपा का उम्मीदवार देना यह साबित करता है की तेजस्वी और चिराग का गठबंधन हो गया है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में 71 सीटों पर हुए चुनाव में जनता ने साबित कर दिया कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी.