Bihar Heavy Rain: बिहार और नेपाल तराई में भारी बारिश, गंगा जलस्तर में बढ़ोतरी, सीएम नीतीश ने किया निरीक्षण, देखें फोटो
By एस पी सिन्हा | Published: August 9, 2024 02:57 PM2024-08-09T14:57:40+5:302024-08-09T14:58:30+5:30
Bihar Heavy Rain Alert: गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना में गंगा नदी का निरीक्षण किया और अधिकारीयों से मौजूदा स्थिति की जानकारी ली।
Bihar Heavy Rain Alert: बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश के कारण नदियां अब अपना भयावह रूप दिखाने लगी हैं। सहरसा में कोसी नदी अपने पूरे उफान पर है। वहीं, गंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में हो लगातार हो रही बारिश के बाद कई डैम खोले जाने से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इससे बक्सर के तटवर्ती इलाकों में पानी पसरता जा रहा है। वहीं, गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना में गंगा नदी का निरीक्षण किया और अधिकारीयों से मौजूदा स्थिति की जानकारी ली।
साथ ही बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों से जरूरी एहतियात बरतने का निर्देश दिया। पटना जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री नीतीश को पूरी स्थिति की जानकारी दी। जल संसाधन विभाग के मुताबिक गंगा का पानी लगातार बढ़ रहा है। पटना में गंगा खतरे के निशाने के ऊपर बह रही है। गांधी घाट पर पानी लाल निशान से 22 सेमी ऊपर है।
पटना के रिवर फ्रंट पर पानी चढ़ जाने के वजह से कई जगहों पर गंगा किनारे के रास्ते डूब गये हैं। इसबीच, गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पटना के एनआईटी घाट पर शनिवार और रविवार को होने वाली गंगा आरती स्थगित कर दी गई है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इसे लेकर एक नोटिस जारी किया है।
जिसके अनुसार 10 अगस्त से लेकर अगले आदेश तक अब एनआईटी घाट पर गंगा आरती का आयोजन नहीं होगा। वहीं, बिहार की नदियों का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए चिंता का सबब बन गया है। लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। ऐसे में लोगों के घर के चूल्हे तक डूब चुके हैं। लोगों के सामने खाने पीने की भारी समस्या उत्पन्न हो गई है।
कई एकड़ में लगी फसलें डूब चुकी है, माल मवेशियों के लिए चारे की किल्लत हो गई है। जिन लोगों के पास निजी नाव है वो अपने घर से बाहर निकलकर जरूरत का सामान जुटा रहे हैं और जिनके पास नाव नहीं है वो अपने ही घर में जल कैदी बने हुए हैं। उधर बक्सर शहर के रामरेखा घाट का विवाह मंडप पानी से लबालब हो गया है।
अन्य घाटों की सीढ़ियां भी डूब गई हैं और चरित्रवन स्थित श्मशान घाट पर पानी चढ़ने से शवदाह के लिए जगह की कमी हो गई है। गंगा से सटे गांवों के लोग बाढ़ की आशंका से डरे-सहमे हुए हैं। खेतों में किसानों द्वारा लगाए गए मक्का, सोयाबीन और पशु चारा गंगा के पानी में डूबने लगी है।
छपरा के पास भी गंगा रौद्र रूप लेते जा रही है। इससे सरयू नदी भी छपरा शहर की ओर बढ़ रही है। बाढ़ नियंत्रण एवं जल निःसंरण के मुख्य अभियंता वरुण कुमार ने बताया कि जलस्तर के घटने और बढ़ने का सिलसिला जारी है। पानी स्थिर नहीं है। तटबंधों पर सतत निगरानी व चौकसी जारी है।