बिहार विधानसभा का संयुक्त सत्र: राज्यपाल फागू चौहान बोले-जनता ने विकास को चुना, राजद, कांग्रेस सहित विपक्ष ने की नारेबाजी
By एस पी सिन्हा | Published: November 26, 2020 01:50 PM2020-11-26T13:50:54+5:302020-11-26T13:52:27+5:30
बिहार विधानसभाः राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान इस दौरान विपक्षी दलों ने खूब नारेबाजी की. हालात ऐसे रहे कि राज्यपाल को शोर-शराबे के बीच ही अपना अभिभाषण पूरा करना पड़ा. दरअसल, राज्यपाल फागू चौहान ने अभिभाषण की शुरुआत की दो लाइन ही पढ़ी थी कि विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया.
पटनाः बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान आज चौथे दिन सदन में राज्यपाल फागू चौहान का अभिभाषण हुआ. इस मौके पर राज्यपाल ने सदन में मौजूद नवनिर्वाचितों को बधाई दी.
राजपाल ने कहा कि हमारे यहां शांतिपूर्ण स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव संपन्न हुए. राज्य की जनता ने विकास के एजेंडे को स्वीकार करते हुए सरकार का स्वरूप तय कर दिया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारी सरकार समावेशी विकास के पथ पर चलते हुए विकसित बिहार बनाने की ओर अग्रसर होगी. राजपाल ने करीब 14 मिनट भाषण दिया. हालांकि अभिभाषण के दौरान विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया.
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान इस दौरान विपक्षी दलों ने खूब नारेबाजी की. हालात ऐसे रहे कि राज्यपाल को शोर-शराबे के बीच ही अपना अभिभाषण पूरा करना पड़ा. दरअसल, राज्यपाल फागू चौहान ने अभिभाषण की शुरुआत की दो लाइन ही पढ़ी थी कि विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया.
इस दौरान राजद समेत तमाम विपक्षी दल सरकार की नीतियों को लेकर नारेबाजी करते रहे. राज्यपाल के संयुक्त सदन के संबोधन के दौरान सदन में खूब नारा लगा, भारत माता जी जय के साथ लाल सलाम, जय भीम का नारा सत्ता एवं विपक्ष ने खूब लगाया. हालांकि, विपक्षी दल के जारी हंगामे के बीच ही राज्यपाल ने राज्य के विकास का रोडमैप रखा. इस बीच कोरोना को लेकर जब राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने कोरोना में हरसंभव मदद पहुंचाई तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष ने सरकार की नीतिया पर उठाया आवाज.
अभिभाषण में कहा कि राज्य में सामाजिक सौहार्द का वातावरण बना
राज्यपाल फागू चौहान ने अपने अभिभाषण में कहा कि राज्य में सामाजिक सौहार्द का वातावरण बना है. राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति है. सरकार बिहार के विकास के लिए काम कर रही है. बिहार में बहार से आए लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई गई है. स्वास्थ्य क्षेत्रों में भी लगातार काम किया. सरकार ने हर वर्गों के लिए काम किया है.
बिजली के क्षेत्र में राज्य में सुधार आया है. राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने का काम किया है. किसानों को इसके लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा. अभिभाषण में राज्यपाल फागू चौहान ने जिक्र किया कि ‘बिहार की जनता ने विकास को चुना है. सरकार राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध है. मौजूदा सरकार बिहार के विकास के लिए काम कर रही है. कोरोना संकट में बिना किसी भेदभाव के सभी तक मदद पहुंचाई गई.
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि केंद्र सरकार ने भी कोरोना संकट में राज्य की खूब मदद की. राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि की दिशा में काम कर रही है. कृषि प्रधान राज्य में जैविक खेती को बढाने का काम भी राज्य सरकार कर रही है. वंचित वर्ग के बच्चों को स्कूलों में दाखिला कराया जा रहा है. शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जा रही है और 9वीं स्कूल में जल्द ही पढ़ाई शुरू की जाएगी.
सात निश्चय के तहत काम जारी है. हर घर तक नल का जल पहुंचाया गया है. स्वास्थ्य और कानून और व्यवस्था में सरकार ने कीर्तिमान बनाया है. पर्यावरण संकल्प के लिए सरकार संकल्पित है. जल जीवन हरियाली पर काम कराया जा रहा है. राज्य में शराबबंदी को कराई से पालन किया गया. महिलाओं के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए.
बिजली और रोजगार की दिशा में काम करने के लिए राज्य सरकार की तारीफ की
अभिभाषण के दौरान राज्यपाल फागू चौहान ने बिजली और रोजगार की दिशा में काम करने के लिए राज्य सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि ‘बिहार में बिजली के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं. घर-घर बिजली को पहुंचाई गई है. बिहार में ‘सात-निश्चय’ के तहत भी कार्य किया जा रहा है. ‘हर घर नल जल’ योजना भी करीब-करीब पूरी हो चुकी है.
सरकार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है. सरकार की नीतियों के कारण पिछले 15 साल में राज्य की विकास दर सबसे अच्छी रही है.’ वहीं, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रसे और वाम दलों के नेताओं ने विधानसभा परिसर में हंगामा किया. कांग्रेस ने जहां किसानों को धान अधिप्राप्ति की प्रकिया जल्द शुरू करने की मांग कोलेकर हंगामा किया तो वाम दल के नेताओं ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की. धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों ने प्रदर्शन किया.
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि किसान धान कहां बेंचे इसका जवाब दें. जबकि भाकपा- माले ने ट्रेड यूनियन के समर्थन में सदन के बाहर जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही रोजगार के मुद्दे पर सरकार से जल्द से जल्द मांग की. सरकार नई नीति लाए रोजगार सृजन करें. वहीं बेरोजगारी के मुद्दे पर के साथ-साथ रोजगार करने वाले लोगों की वेतन कटौती के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.