बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल ने बाबू वीर कुंवर सिंह पर दिया विवादित बयान, कहा-एक हाथ कट जाने पर इतनी वाहवाही
By एस पी सिन्हा | Published: December 4, 2020 08:34 PM2020-12-04T20:34:58+5:302020-12-04T20:35:48+5:30
शीला मंडल ने शहीद रामफल मंडल के श्रद्धांजलि सभा के दौरान राजपूत समाज से आने वाले वीर कुंवर सिंह पर विवादित बयान दे दिया.
पटनाः बिहार के सीतामढ़ी में शहीदों के लिए आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल ने बाबू वीर कुंवर सिंह पर विवादित बयान दे दिया है.
शीला मंडल ने शहीद रामफल मंडल के श्रद्धांजलि सभा के दौरान राजपूत समाज से आने वाले वीर कुंवर सिंह पर विवादित बयान देते हुए यह कह दिया कि एक हाथ कट जाने पर राजपूतों के वीर कुंवर सिंह की इतनी वाह वाही हुई कि आज भी बच्चा बच्चा उनको जानता है, हर किताब में वीर कुंवर सिंह के बारे में बताया जाता है, लेकिन हमारे शहीद रामफल मंडल को कोई नहीं जानता.
शीला मंडल ने आगे इसको जाति से जोडते हुए कहा कि रामफल मंडल शहीद हुए, अपनी जान की बलि दे दी लेकिन उनको इतना सम्मान नहीं मिला. वीर कुंवर सिंह की तुलना अतिपिछडा जाति से जुडे़ शहीद रामफल मंडल से करते हुए कहा कि अति पिछड़ा जाति के गुणों को दबाया जाता था और दूसरे कुल के गुणों को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया जाता था.
रामफल मंडल के परिवार को देखकर दुख होता है, अगर ये दूसरे वर्ग से होते तो आज इनके भी बच्चे बडे-बडे पदों पर होते और पदाधिकारी होते. शीला मंडल का यह भी कहना था कि, रामफल मंडल ने अपनी बलि दे दी थी, लेकिन फिर भी उनको वीर कुंवर सिंह के जैसा सम्मान नहीं मिला. इस तरह उन्होंने वीर कुंवर सिंह के खिलाफ श्रद्धांजलि समारोह में विवादित बयान दे दिया है.
यहां बता दें कि रामफल मंडल आजादी की लडाई में शहीद हो गए थे और उनका घर बाजपट्टी प्रखंड के मथुरापुर में है. 23 अगस्त 1943 को इन्हें ब्रिटिश सरकार द्वारा फांसी दे दिया गया था. इन पर 24 अगस्त 1942 को बाजपट्टी चौक पर अंग्रेज सरकार के तत्कालीन सीतामढ़ी अनुमंडल अधिकारी हरदीप नारायण सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर राममूर्ति झा, हवलदार श्यामलाल सिंह और चपरासी दरबेशी सिंह को गडासा से काटकर हत्या करने का आरोप था.