बिहार के गया में मुठभेड़ में मारा गया नक्सली संगठन का जोनल कमांडर आलोक, सिर पर था 10 लाख का इनाम
By एस पी सिन्हा | Published: November 22, 2020 03:14 PM2020-11-22T15:14:05+5:302020-11-22T15:27:35+5:30
बिहार के गया में शनिवार रात 10 लाख का इनामी नक्सली मारा गया. इन नक्सलियों ने इससे पहले एक गांव में हो रहे कार्यक्रम में धावा बोला था, जिसमें दो ग्रामिणों की भी मौत हो गई.
पटना: बिहार के गया जिले में बाराचट्टी थाना अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो के किनारे महुअरी गांव में देर रात नक्सलियों द्वारा किये गये हमले में दो ग्रामीणों की हत्या कर दी गई, जबकि पुलिस कार्रवाई में 10 लाख के इनामी कुख्यात नक्सली सहित तीन नक्सली मारे गए हैं. पुलिस ने इनके पास से एक एके-47 रायफल, एक इंसास रायफल बरामद किया है.
पुलिस की कार्रवाई में नक्सली संगठन का जोनल कमांडर आलोक मारा गया। दो अन्य नक्सली भी घायल होने के बाद मौके से भाग गए थे, लेकिन बाद में पुलिस को उन दोनों की ही लाश मिली.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गया जिले के गया के बाराचट्टी के महुआरी में गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने हमला कर ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी. इस वारदात में नदरपुर पंचायत की मुखिया शारदा देवी का देवर वीरेंद्र यादव नक्सलियों के हाथों मारा गया. वीरेंद्र के बड़े भाई की हत्या भी नक्सलियों ने कुछ साल पहले कर दी थी.
नक्सलियों के निशाने पर थे वीरेंद्र यादव
वीरेंद्र यादव हमेशा ही नक्सलियों के निशाने पर रहे थे. वहीं नक्सलियों की सूचना पर पहुंची कोबरा टीम ने मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया. इसके बाद तलाशी अभियान में घटनास्थल से एक एके- 47 राइफल, एक इंसास राइफल और मैगजीन बरामद किया गया. इस घटना में कोबरा के चार जवान भी घायल हुए है. सभी को गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है.
सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. इस मुठभेड में दो अन्य ग्रामीण भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
इस बारे में एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया की एक नक्सली आलोक का शव बरामद हो गया है. जबकि दो अन्य नक्सली घायल होने के बाद भाग गए थे. पुलिस ने उनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद उन दोनों की ही लाश बरामद हुई.
वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि शनिवार की देर रात जीटी रोड के किनारे नाच का एक कार्यक्रम चल रहा था. उसी दौरान नक्सलियों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद दो ग्रामीणों की मौत हो गई।
झारखंड की सीमा से सटा है गया का बाराचट्टी थाना क्षेत्र
राजीव मिश्रा के मुताबिक गया जिले का बाराचट्टी थाना क्षेत्र झारखंड की सीमा से सटे है. इस क्षेत्र में नक्सली कालेश के नाम से संगठन चला रहे हैं, जिसकी कमान आलोक के पास थी. वह बिहार व झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में नक्सली कार्रवाई को अंजाम देता था.
ताजा घटना के बाद सीआरपीएफ और कोबरा आस-पास के गांव व जंगली क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है. कोबरा एसएसबी के द्वारा लोहारी के जंगलों में छापेमारी की कार्रवाई प्रारंभ है. एसएसपी ने कहा कि पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से नक्सलियों का हौसला जरूर कम हुआ है.
वहीं, घटना में मारे गये वीरेंद्र के स्वजन नौकरी और पुलिस संरक्षण की मांग पर अडे हैं. उनका कहना है कि मांग पूरी होने तक वे लोग थाने में ही डटे रहेंगे. स्वजनों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नही होगी तब तक थाना के सामने डटे रहेंगे.