'मैथ्स में फेल हो गयी हो, इतने पैसे दो करा दूंगा फर्स्ट डिवीजन', बिहार में मैट्रिक छात्रा को फोन कर मांगें 8 हजार रुपये
By एस पी सिन्हा | Published: May 6, 2020 04:23 PM2020-05-06T16:23:59+5:302020-05-06T16:23:59+5:30
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को लागू कर कोविड- 19 के बचाव से संबंधित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ही मैट्रिक 2020 परीक्षा की शेष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू किया गया है. किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी. बिहार बोर्ड ने 10 मई तक कॉपियों का मूल्यांकन खत्म करने का लक्ष्य रखा है.
पटना: बिहार में लंबे समय से चल रहे नियोजित व माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल समाप्त होने के साथ ही अब आज से मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य तेजी से शुरू हो गया है. लेकिन मैट्रिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शुरू होने के बीच छात्रों से ठगी का मामला सामने आने लगा है. औरंगाबाद जिले के देव थाना क्षेत्र स्थित बेलसारा इलाके के आनंदपुरा गांव निवासी एक छात्रा को फोन कर फर्स्ट डिवीजन नंबर के लिए आठ हजार रुपये की मांग करने का फोन आया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार फोन करने वाले ने कहा "मैं डाटा इंट्री ऑपरेटर बोल रहा हूं, तुम्हारा कुल नंबर सिर्फ 218 है और मैथ्स में तुमको सिर्फ 18 नंबर आया है. मैं यहां सभी का सूची बना रहा हूं और रिपोर्ट तैयार कर रहा हूं. अगर कुछ खर्चा करोगी तो पास कर दूंगा. आठ हजार रुपये में फर्स्ट डिवीजन व पांच हजार में सेकेंड डिवीजन हो जायेगा. फोन छात्रा के भाई के मोबाइल पर आया था, पहले रिंग में छात्रा के साथ बात नहीं हो पाई. इसके बाद छात्रा ने वापस से उस नंबर पर कॉल किया. उधर से उस व्यक्ति ने खुद को डाटा इंट्री ऑपरेटर बताया और नंबर बढ़ाने के एवज में पैसे की मांग की. उस व्यक्ति ने अपना नाम भी बताया और जल्द से जल्द पैसे भेजने को कहा. उसने छात्रा को बताया कि पैसे भेजने के बाद उसका नंबर बढ़ा दिया जायेगा और व्हाट्स एप पर इसकी सूचना भी दी जायेगी. छात्रा ने मामले की जानकारी अपने अभिभावकों को दी है.
इसके बाद अभिभावक ने यह तय किया है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क कर इसकी शिकायत दर्ज करायेंगे. इस संबंध में पूछे जाने पर बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि छात्र जालसाज के झांसे में ना आएं. छात्र व अभिभावकों को इस तरह के झुठे और गलत फोन कॉल करने वाले जालसाजों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. अभी मैट्रिक की कॉपी जांच होनी प्रारंभ ही हुई है. ऐसे में ये जालसाज लोगों को ठग कर उनसे रुपये ऐंठने के लिए चालबाजी कर रहे हैं. यहां बत दें कि 17 मई तक के लिए देशभर में घोषित लॉकडाउन के मद्देनजर बिहार बोर्ड इस उधेडबुन में था कि क्या किया जाय? इसको लेकर बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने वरीय अधिकारियों के साथ हर बिंदुओं पर चर्चा की थी और अंत में छह मई से मूल्यांकन कार्य आरंभ करने का निर्णय लिया था.
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को लागू कर कोविड- 19 के बचाव से संबंधित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ही मैट्रिक 2020 परीक्षा की शेष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू किया गया है. किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी. बिहार बोर्ड ने 10 मई तक कॉपियों का मूल्यांकन खत्म करने का लक्ष्य रखा है.