Bihar Elections 2020: बिहार में आज 78 सीटों पर अंतिम चरण का मतदान, मैदान में विधानसभा अध्यक्ष समेत 12 मंत्री
By अनुराग आनंद | Published: November 7, 2020 06:44 AM2020-11-07T06:44:57+5:302020-11-07T06:46:42+5:30
राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये तीसरे और अंतिम चरण में जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है वे 15 जिलों में स्थित हैं और यहां शनिवार को होने वाले मतदान में करीब 2.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
पटना:बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान आज (7 नवंबर) को होने जा रहा है। 78 सीटों के लिए होने वाले मतदान के लिए सियासी गहमागहमी तेज हो गई है। इस चरण के सियासी रण में कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है।
इसमें से कई कद्दावर चेहरे दोबारा वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं, जबकि कई पलटवार को तैयार हैं। ऐसे में बिहार सरकार के मंत्रियों के लिए तीसरा चरण काफी खास है। इस चरण में राज्य सरकार के 12 मंत्रियों के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष और विपक्ष के दिग्गज नेता भी चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत 78 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को मतदान होगा जहां सभी निगाहें राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी महागबंधन के बीच कांटे के मुकाबले पर टिकी है।
राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये तीसरे और अंतिम चरण में जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है वे 15 जिलों में स्थित हैं और यहां शनिवार को होने वाले मतदान में करीब 2.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चरण में विधानसभा के स्पीकर और राज्य मंत्रिमंडल के 12 सदस्यों समेत 1204 उम्मीदवार मैदान में हैं। विधानसभा के अलावा शनिवार को वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिये भी वोट पड़ेंगे।
नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के 31 में 26 मंत्री विधानसभा के सदस्य हैं, इसमें 24 चुनावी मैदान
बिहार में इस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के 31 में 26 मंत्री विधानसभा के सदस्य हैं। इसमें 24 चुनावी मैदान में हैं। दो सदस्यों के गुजरने के बाद उनके परिजनों को टिकट दिया गया है। जबकि अन्य पांच मंत्री विधान परिषद के सदस्य हैं।
इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार शामिल हैं। ऐसे में 10 नवंबर को आने वाला चुनाव का परिणाम न सिर्फ हार-जीत तय करेगा, बल्कि सभी प्रमुख दलों की राजनीतिक हैसियत भी तय कर देगा।
यह शायद पहला मौका है, जब प्रदेश में पांच गठबंधन चुनावी रण में हैं। इस बार राजग के साथ दो बडे़ चेहरे (मोदी और नीतीश) हैं तो महागठबंधन का नेतृत्व संभालने वाले तेजस्वी यादव आत्मविश्वास से लबरेज हैं।जबकि लोजपा, ग्रैंड यूनाइटेड सेक्युलर फ्रंट और पीडीए से सभी को परिणाम से बड़ी उम्मीदें है।
सिद्दकी ने प्रधानमंत्री मोदी को दंगाई मुख्यमंत्री कहा
इसबीच तीसरे चरण के मतदान से पहले राजद नेता और लालू यादव के करीबी अब्दुल बारी सिद्दकी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया है। सिद्दकी ने प्रधानमंत्री मोदी को दंगाई मुख्यमंत्री कहा है। सिद्दकी के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है।
अब्दुल्ल बारी सिद्दकी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि नरेंद्र मोदी को लग ही नहीं रहा है कि वो एक राज्य के दंगाई मुख्यमंत्री नहीं देश के प्रधानमंत्री हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि चुनाव से पहले सिद्दकी के इस बयान पर राजनीतिक गर्मी बढ़ सकती है।
अब्दुल बारी सिद्दकी राजद के वरिष्ठ नेता हैं और लालू यादव के करीबी माने जाते हैं। सिद्दकी नीतीश और तेजस्वी की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। सिद्दकी इसबार चुनाव में दरभंगा के केवटी से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वह दरभंगा जिले के ही अलीनगर से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन इसबार उन्हें भी सीट बदलना पड़ा है।