बिहार चुनाव: कांग्रेस नेता ने कचड़े के ढेर पर खड़े होकर किया मीडिया को संबोधित, गंदगी की तस्वीर दिखाकर नीतीश कुमार पर साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Published: November 1, 2020 08:16 PM2020-11-01T20:16:49+5:302020-11-01T20:16:49+5:30
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2019 के आखिरी में राष्ट्रीय ग्रीन ट्रायबूलन ने बिहार में भयावह कूड़े कचरे की स्थिति से चिंतित होकर कहा था कि बिहार में कूड़ा-कचरा को लेकर इमरेंजेंसी के हालत हैं. इस बीच कांग्रेस के नेताओं ने कचरे के ढेर पर खड़े होकर वहां की दुर्दशा के बारे में चर्चा की.
पटना: बिहार में चुनावी बयार बह रहा है इस चुनावी हलचल में एक दूसरे की कमियों को उजागर करने में तमाम राजनैतिक दलों ने एडी चोटी को एक कर दी है. इसी क्रम में एअरकंडीशन होटलों से उठकर कांग्रेस पार्टी आज पटना के बीचो बीच स्थित कचरे के ढेर पर पहुंच गई. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज पटना के स्टेशन के पास कचरे के ढेर पर नाक मुंह पर मास्क बांध प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की हवा, पानी सबको नष्ट कर रही है और ऐसे में एक जुमलेबाज आज बिहार आये हैं, एक हवा बाज नीतीश कुमार हैं, जिन्होने बिहार को बेहाल किया है. उन्होंने बिहार में फैली गंदगी को लेकर कहा कि बिहार में बहार नहीं, बल्कि गंदगी का अंबार है.
कचडों के अंबार पर नाक मुंह पर मास्क बांधे कांग्रेस के नेता सरकार की दशा को कुछ अलग ढंग से बयां कर रहे थे. कांग्रेस ने राजधानी के बीचो-बीच स्थित कचडे के ढेर को मुद्दा बनाते हुए गंदगी के लिए पटना को एक खराब जगह बताया है. जिस तरह से सदाकत आश्रम से उठकर कांग्रेस रणदीप सुरजेवाला ने चर्चा कर कहा कि बिहार में बहार नहीं बल्कि गंदगी का अंबार है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत सरकार की हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी की है. जिसमें बिहार आखिरी पायदान पर है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2019 के आखिरी में राष्ट्रीय ग्रीन ट्रायबूलन ने बिहार में भयावह कूडे कचरे की स्थिति से चिंतित होकर कहा था कि बिहार में कूडा-कचरा को लेकर इमरेंजेंसी के हालत हैं. इस बीच कांग्रेस के नेताओं ने कचरे के ढेर पर खडे होकर वहां की दुर्दशा के बारे में चर्चा की. सुरजेवाला ने बताया कि नीतीश की सरकार में चारो ओर कूडे का ढेर और पीने के पानी में अंधेर है. भाजपा और नीतीश सरकार में आकाश यानी वायु प्रदूषण, धरती यानी कूडे का ढेर और पाताल यानी जल प्रदूषण से पूरा बिहार कांप उठा है.
उन्होंने कहा कि बिहार में हवा, पानी और जमीन सबको नष्ट करके एक जुमलेबाज जो आज आए हैं और एक धोखेबाज जो बिहार की सत्ता में हैं, वो तरक्की के नायक का मुखौटा लगाकर घूम रहे हैं. बिहार में सच्चाई ये है कि भाजपा-जदयू की सरकार ने यहां के जल, वायू और पानी को प्रदूषित किया है. बिहार की बदहाल और बिहार के लोगों को जहरीला पानी पिलाने के साथ 15 सालों में कूडा करकट फैलाने का काम भाजपा और जदयू ने किया है. स्वच्छता सर्वेछण का खुलासा 2020 में आया है, उसके मुताबिक बिहार में कूडे का ढेर है. 10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले 47 शहरों में पटना सबसे अधिक गंदगी फैली है. एक से 10 लाख की आबादी वाले 382 शहरों की सूची जारी हुई, जिसमें बिहार के 26 शहर सबसे अधिक गंदा पाया गया है. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को आईसीयू में पहुंचा दिया है. और अब स्थिति यह हो गई है कि बिहार की स्वास्थ्य सेवा वेंटिलेटर पर है और अपनी आखिरी सांसें गिन रही है.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत सरकार की हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट जारी की है. जिसमें बिहार आखिरी पायदान पर है. नीति आयोग के प्रमुख अमिताभ कांत ने कहा कि बिहार राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में बुरे प्रदर्शन से भारत ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में काफी पिछड गया है. लेकिन इससे ना ही नीतीश कुमार और सुशील मोदी को मतलब है और ना ही प्रधानमंत्री को. वहीं उन्होंने कहा कि बिहार में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग 60 फीसदी डॉक्टर और 71 फीसदी नर्स ही नहीं है. इसके अलावा 18637 हेल्थ सब सेंटर की आवश्यकता है .जबकि, 50 फीसदी ही उपलब्ध है. बिहार में 774 कम्युनिटी हेल्थ सेंटर होने चाहिए पर केवल डेढ सौ ही है. बिहार को 3099 प्राइमरी हेल्थ सेंटर चाहिए, लेकिन महज 1899 ही है. कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में डेढ सौ डॉक्टर होनी चाहिए पर केवल 8 ही हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का परिणाम जनता को भुगतना पड रहा है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 4 की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के 48.3 प्रतिशत बच्चे गंभीर कुपोषण के शिकार हैं. सरकार की लापरवाही से 7 लाख 5 हजार बच्चे जन्म के पहले माह में ही मौत के आगोश में समा जाते हैं. बिहार के 40 फीसदी बच्चों को पूरे प्रतिरक्षित टीके नहीं लगा पाते है. बिहार में एक व्यक्ति का एक बार अस्पताल में भर्ती होने पर खर्च 28 हजार 58 रुपये आता है. गरीब जाए तो जाए कहां? यह जो खेल सरकार बिहार की जनता के साथ खेल रही है. स्वास्थ्य सेवाओं को आईसीयू में पहुंचा दिया है. ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं.
रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि बिहार के लोगों को जहरीला पानी पीने को विवश किया गया. नीतिश कुमार ने बिहार को कूडे के अम्बार में तब्दील किया है. भारत सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण में बिहार की राजधानी पटना सबसे गन्दी है. बिहार के 26 शहर सबसे गन्दा गया 382 और बक्सर 381, बिहारशरीफ 374 पर है. सफाई में बिहार के शहर देश भर में 275 नम्बर के बाद आते हैं. बिहार को इन लोगों ने कूडादान बना दिया है. आपलोगों को यहां सच दिखाने को बुलाया है, ये पटना के स्टेशन के पास की स्थिति है. बिहार में हर साल 4000 लोगों की मौत वायू प्रदूषण से हो रही हैं 40 प्रतिशत बिहार के जल में आर्सेनिक है, लोग जहरीला पानी पी रहे हैं. नीतिश सरकार लोगों को जहर पिला रहे हैं. बिहार में 10 जिले ऐसे जहां पानी में इतना फ्लोराइड की अगर वहां का पानी पिएं तो हड्डियां चुर जायेंगी. पटना में नल से आने वाला पानी भी टेस्ट में फेल है.
नमामि गंगा की झूठी कसम जुमलेबाज मोदी जी ने खाई और हवा बाज नीतिश जी ने उसे निभाई. बिहार में पैसा इस योजना का खर्च नही हुआ. नीतिश जी, मोदी जी यहां भी हेलिकॉप्टर कचडे में उतार दीजिए. नीतीश सरकार की नल जल योजना भ्रष्टाचार का अड्ड है. सभी ठेकेदार पकडे जा रहे हैं, कहीं इन्हीं पैसों से चुनाव में इनके हेलिकोप्टर तो नही उतर रहे हैं.