Bihar Election: महागठबंधन ने जारी किया 'बदलाव का संकल्प पत्र', तेजस्वी बोले- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा डोनाल्ड ट्रंप आकर नहीं देंगे
By विनीत कुमार | Published: October 17, 2020 09:39 AM2020-10-17T09:39:09+5:302020-10-17T09:49:45+5:30
Bihar Chunav 2020: महागठबंधन ने अपना मेनिफेस्टो शनिवार को जारी कर दिया। इस दौरान तेजस्वी यादव सहित रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे। तेजस्वी यादव ने साथ ही नीतीश कुमार पर निशाना भी साधा।
Bihar Election 2020: बिहार चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपना संकल्प पत्र शनिवार को जारी कर दिया। नवरात्रि के पहले दिन घोषणापत्र जारी करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस दौरान नीतीश कुमार की सरकार पर जमकर हमला भी बोला।
पटना में एक होटल में घोषणापत्र जारी होने के दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और शक्ति सिंह गोहिल भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस घोषणापत्र में 10 लाख नौजवानों को रोजगार देने की बात कही गई है। महागठबंधन ने अपने इस संकल्प पत्र को 'प्रण हमारा' नाम दिया है।
महागठबंधन के संकल्प पत्र के वादा किया गया है कि पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानों को रोजगार देने का फैसला किया जाएगा। साथ ही परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन फार्म पर फीस माफ और परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया भी सरकार की ओर से दिये जाने की बात कही गई है।
तेजस्वी यादव ने संकल्प पत्र की घोषणा के दौरान नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'बिहार में डबल इंजन की सरकार है। नीतीश कुमार 15 साल से सरकार चला रहे हैं लेकिन बिहार को विशेष दर्ज नहीं दिला सके हैं। डोनाल्ड ट्रंप आकर बिहार को विशेष दर्जा नहीं देने वाले हैं।'
Patna: Mahagathbandhan releases its manifesto for the upcoming #BiharElections
— ANI (@ANI) October 17, 2020
RJD leader Tejashwi Yadav, Congress leader Randeep Singh Surjewala & Shaktisinh Gohil and other leaders are also present. pic.twitter.com/kDIPpUNCG3
वहीं कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा, 'ये चुनाव नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है, ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिन्दू-मुसलमान का चुनाव है। ये चुनाव नए तेज बनाम फेल तजुर्बे की दुहाई का चुनाव है। ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है।'
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस दौरान कृषि विधेयकों का भी मुद्दा उठाया और कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो पहले विधान सभा सत्र में तीनों कानूनों को रद्द करने का बिल पास किया जाएगा।