बिहार: नालंदा में जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष ने थाने के शौचालय में लगाई फांसी, थानेदार गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: July 12, 2019 07:39 PM2019-07-12T19:39:04+5:302019-07-12T19:39:04+5:30
बिहार के नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र इलाके के सैदपुरा गांव निवासी और जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास ने थाने में फांसी लगा ली. बताया जाता है कि गणेश को पुलिस एक लड़की के अपहरण केस के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाई थी.
बिहार के नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र इलाके के सैदपुरा गांव निवासी और जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास ने थाने में फांसी लगा ली. बताया जाता है कि गणेश को पुलिस एक लड़की के अपहरण केस के मामले में पूछताछ के लिए थाने लाई थी. इसी दौरान उन्होंने थाने के शौचालय में जाकर फांसी लगाई.
वहीं, गणेश रविदास की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज सुबह नगरनौसा बाजार में जमकर हंगामा किया. आक्रोशित ग्रामीणों ने बिहारशरीफ-पटना मुख्य मार्ग को नगरनौसा बाजार में जाम कर दिया. जगह-जगह टायर जलाकर आगजनी की. आक्रोशित लोगों ने कई वाहनों के शीशे भी चटकाये. मौके पर मौजूद कई पुलिस पदाधिकारियों पर पथराव कर दिया. इस दौरान नूरसराय थानाध्यक्ष अभय कुमार, रहुई थानाध्यक्ष श्रीमंत कुमार सुमन और गिरियक अंचल के इंस्पेक्टर शेर सिंह यादव समेत कई पुलिस जवान के जख्मी व चोटिल हो गये.
इधर, भीड़ अनियंत्रित होते एवं बढ़ते उपद्रव को देखते हुए पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. इसमें कई लोगो के जख्मी व चोटिल होने गये हैं. इसबीच, घटना की सूचना पाकर पटना से डीआइजी राजेश कुमार नगरनौसा पहुंचे. डीआइजी के निर्देश पर पूरे मामले जांच के लिए एसएफएल की तीन सदस्यीय टीम भी पहुंची. मौके पर मौजूद एसपी नीलेश कुमार से उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली.
पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर उसे अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. वहीं, थाना के शौचालय में जदयू नेता के कथित आत्महत्या मामले में पुलिस ने विभागीय कार्रवाई करते हुए नगरनौसा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, दारोगा बालेन्द्र राय और चौकीदार संजय पासवान को निलंबित करने के साथ ही गिरफ्तार भी कर लिया गया है. जबकि एक अन्य चौकीदार जितेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन वह फरार हो गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जदयू नेता 50 वर्षीय गणेश पासवान नगरनौसा थाने के सैदपुरा गांव के निवासी थे. इसी गांव के नरेश साव ने अपनी सोलह वर्षीया पुत्री के अपहरण की आशंका जताते हुए नगरनौसा थाने में 11 जून को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. हालांकि, दर्ज प्राथमिकी में जदयू नेता गणेश आरोपित भी नहीं है. इसके बावजूद सिर्फ शक के आधार पर पुलिस ने कांड में 10 जुलाई की संध्या चार बजे गणेश पासवान को उनके घर से उठा लिया और फिर थाने लाकर पूछताछ की थी. इस मामले में गांव के ही मंजू देवी की पहले गिरफ्तारी हुई थी. गणेश इस मामले में अभ्युक्त नहीं थे. ऐसे में उन्हें हाजत में नहीं रखा गया था.
जदयू नेता गणेश के बड़े पुत्र बलराम रविदास ने बताया कि 11 जुलाई की रात्रि उन्हें पुलिस से सूचना मिली कि उनके पिता की मौत हो चुकी है. इधर, पुलिस का कहना है कि गणेश ने थाने के शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. लेकिन, मृतक गणेश के परिजनों का कहना है कि गणेश की पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है. कार्रवाई से बचने के लिए पुलिस हत्या को आत्महत्या बता रही है.
हालांकि गणेश रविदास के सिर पर एक गहरी चोट के निशान भी देखा गया है. थाना परिसर में आत्महत्या की खबर मिलते ही नालंदा पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अभी वहीं कैम्प कर रहे हैं. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन पूर्ण नियंत्रण में बताई जा रही है.