कोरोना काल में घर लौटे बेरोजगारों पर अपराधियों की नजर, काम के नाम पर दे रहे अपराध की ट्रेनिंग

By एस पी सिन्हा | Published: June 15, 2021 07:31 PM2021-06-15T19:31:05+5:302021-06-15T19:44:54+5:30

कोरोना काल में रोजगार छूटने के कारण अन्य प्रदेशों से लौटे बेरोजगारों को बिहार में अपराध करने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है। इस खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।

bihar criminals eyes on unemployed who return home during corona pandemic | कोरोना काल में घर लौटे बेरोजगारों पर अपराधियों की नजर, काम के नाम पर दे रहे अपराध की ट्रेनिंग

प्रतीकात्मक तस्वीर

Highlightsकोरोना काल में घर लौटे बेरोजगारों पर अपराधियों की नजर है। कुख्यात अपराधी काम के नाम पर उन्हें अपराध की ट्रेनिंग दे रहे हैं। पुलिस ने ऐसे ही मामले का खुलासा कर एक शख्स को गिरफ्तार किया है। 

पटनाः कोरोना काल में रोजगार छूटने के कारण अन्य प्रदेशों से लौटे बेरोजगारों को बिहार में अपराध करने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है। इस खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब कटिहार डंडखोरा थाना क्षेत्र में डकैत नाम के एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि बडे़ अपराधी बेरोजगारों के लिए ट्रेनिंग कैंप चला रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को पेशेवर अपराधी लालच देकर अपराध जगत से जोड़ रहे हैं। इस खबर के बाद पुलिस के होश उड़ गये हैं। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार कटिहार पुलिस ने मोहम्मद अब्दुल उर्फ डकैत को एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। आरोप है कि डकैत डंडखोरा थाना क्षेत्र के मोहिनी हनुमान मंदिर के पास मोटरसाइकिल लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में था। तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने जो खुलासा किया, उससे कटिहार पुलिस चकित रह गई।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पहले भी एक कांड को अंजाम दे चुका था। जांच में पता चला है कि इस अपराधी का अपराधिक इतिहास पुराना नहीं है। उसने कहा कि हाल के दिनों में वह कोरोना काल के दौरान काम ठप होने के बाद घर लौट आया है। इस बीच कटिहार अपराध जगत के एक बड़े नाम सलीम डॉन ने उससे संपर्क किया और बड़ी घटना को अंजाम दिलाने के लिए उसे ट्रेनिंग दी जा रही थी।

पुलिस से बचने की दी जा रही थी ट्रेनिंग

ट्रेनिंग में यह बताया जा रहा था कि अगर घटना को अंजाम देते वक्त या अंजाम देने के बाद पुलिस घेर ले तो कैसे बचा जाए? लेकिन इसी दौरान वह पकड़ा गया। गिरफ्तार अपराधी मोहम्मद अब्दुल उर्फ डकैत ने कहा कि वह साधारण मजदूरी कर घर चलाता है और डकैत नाम उस के दोस्तों के द्वारा दिया गया है। मजदूर से अपराधी बना डकैत अब अपनी करतूत पर अफसोस भी जता रहा है।

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया

कटिहार के एसपी विकास कुमार ने कहा कि डकैत के पास से एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं, लेकिन इसका कबूलनामा काफी चौंकाने वाला है और पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद बड़ी संख्या में मजदूर घर लौटे हैं। ऐसे में जिले के बड़े अपराधियों द्वारा इनका इस्तेमाल करना निश्चित तौर पर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि कटिहार पुलिस इसको लेकर सजग है और ऐसे अपराध के आकाओं पर नकेल कसने के लिए भी पुलिस ने खास रणनीति बनाई है।

Web Title: bihar criminals eyes on unemployed who return home during corona pandemic

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