बिहार कोविड केसः युवा ज्यादा आ रहे हैं चपेट में, पटना में 25 से 49 साल के बीच ज्यादा हैं संक्रमित
By एस पी सिन्हा | Published: April 21, 2021 07:53 PM2021-04-21T19:53:07+5:302021-04-21T19:54:20+5:30
पटना जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 14467 हैं. इनमें 7790 कोरोना संक्रमित लोग 25 से 49 साल के बीच के हैं.
पटनाः कोरोना के दूसरे लहर में इसबार सबसे अधिक संक्रमित युवा वर्ग के लोग गंभीर रूप से बीमार होकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं.
राज्य में वर्किंग ग्रुप ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. इसके पीछे वजह भी है कि उन्हें अपने काम के लिए बाहर निकलना ही पड़ता है. पटना जिले में 25 से 49 साल के बीच के लोग सबसे अधिक कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. रूबन मेमोरियल अस्पताल के एमडी डा सत्यजीत सिंह कहते हैं कि कोरोना के कारण जो मरीज हमारे यहां आइसीयू में आते हैं, उनमें कामन समस्या कोविड निमोनिया की होती है.
इससे फेफड़ा प्रभावित होता है. आंकड़े के अनुसार पटना जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 14467 हैं. इनमें 7790 कोरोना संक्रमित लोग 25 से 49 साल के बीच के हैं. यह कुल संख्या का 53.8 फीसदी है. पटना के सभी प्रमुख अस्पतालों की आइसीयू में 40 से कम आयु के युवा मौजूद हैं. कई जगहों पर तो 30 वर्ष से कम के युवा भी आइसीयू में हैं.
डाक्टरों के अनुसार कोरोना की पिछली लहर में युवा इतनी संख्या में आइसीयू तक नहीं पहुंचे थे. हाल यह है कि आइजीआइएमएस में 45 बेडों के आइसीयू में 34 मरीज ऐसे थे, जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा थी, वहीं 10 मरीज ऐसे थे जिनकी उम्र 40 से 50 वर्ष के बीच थी, जबकि एक मरीज 29 वर्ष की महिला थी. जबकि दूसरे नंबर पर 50 से 74 साल के लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं.
अभी तक इस ग्रुप के 3260 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसके अलावा तीसरे नंबर पर 1 से 24 साल के बीच के लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इनकी संख्या 3179 है. सबसे कम 75 से 99 साल के बीच के लोग कोरोना संक्रमित हैं. इनकी संख्या मात्र 238 है. इस ग्रुप के लोगों का वैक्सीनेशन भी हो चुका है और आम तौर पर ये घर से बाहर भी नहीं निकलते हैं, जिससे कोरोना संक्रमण से बचे हैं.
पटना स्थित आईजीआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डा. मनीष मंडल ने बताया कि यहां आइसीयू में बड़ी संख्या में ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनकी उम्र 50 से कम होती है. 30 से कम उम्र के भी आ रहे हैं. सभी में फेफडे की समस्या कामन होती है. पांच दिनों में हमारे यहां 11 मरीजों की मौत कोविड आइसीयू में हुई है. इन सभी का फेफड़ा फेल हो चुका था.
वहीं, पीएमसीएच कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डा. अजय अरुण कहते हैं कि कोरोना की पिछली लहर में युवा न के बराबर ही आइसीयू तक पहुंचते थे. लेकिन इस बार तो बड़ी संख्या में 45 से कम आयु वर्ग के युवा आइसीयू में पहुंच रहे हैं. सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि 18 से 22 आयु वर्ग के युवा भी हमारे यहां आ रहे हैं. अब भी दो से तीन युवक यहां आइसीयू में भर्ती हैं. कोरोना की इस लहर से युवा भी गंभीर रूप से बीमार होकर आइसीयू तक आ रहे हैं.