बिहार: कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह ने कहा- 'चार नेता हैं पार्टी के हत्यारे, इन्हें ही बाहर निकाले'
By एस पी सिन्हा | Published: June 10, 2019 07:16 PM2019-06-10T19:16:03+5:302019-06-10T19:16:03+5:30
श्याम सुंदर सिंह धीरज खुद उस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते मौजूद थे. श्याम सुंदर सिंह धीरज ने कहा कि पार्टी में वर्तमान नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह न हो इसी कारण से किसी भी जिलाध्यक्ष को अब तक चिट्ठी नहीं दी गई है.
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब बिहारकांग्रेस में बवाल मच गया है. कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह धीरज ने बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व सांसद अखिलेश सिंह, विधायक दल के नेता सदानंद सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा पर पार्टी की हत्या का आरोप लगाया है और पार्टी को बचाने के लिए तत्काल इन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की अपील की है. उन्होने कहा ये चार लोग बिहार में कांग्रेस के हत्यारे हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में पार्टी की दुर्दशा के लिए शक्ति सिंह गोहिल जिम्मेदार हैं. धीरज ने कहा कि अगर पार्टी को बचाना है तो आलाकमान को इनको पार्टी से बाहर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में सभी जिलाध्यक्षों ने गठबंधन तोडने और अकेले खडा होने की बात कही थी. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने मीडिया में उल्टा बयान दिया.
अखिलेश सिंह ने अपने कुकर्मो के लिए राहुल गांधी की सहमति दिए जाने की झूठी बात कही थी. उन्होंने कहा कि बेटे को टिकट दिलाने का मामला हो या गठबंधन के सहयोगियों को ज्यादा सीट देने की बात या फिर टिकट बंटवारे में दलाली लेने की बात सबके लिए अखिलेश सिंह ने राहुल गांधी की सहमति होने का हवाला दिया.
श्याम सुंदर सिंह धीरज ने कहा है कि बिहार कांग्रेस को करोडपति नेता नही गरीब कार्यकर्ता की जरूरत है. धीरज ने आरोप लगाया है कि अखिलेश सिंह ने चुनाव में अपनी काली करतूतों को छुपाने के लिए हर फैसले पर राहुल गांधी की सहमति को जिम्मेवार ठहरा दिया है. जिसे बिहार का कोई भी कांग्रेसी बर्दास्त नहीं करेगा. धीरज ने कहा कि पार्टी मुझे रखे या निकाल दे, लेकिन मैं सच बोलूंगा.
दरअसल, कांग्रेस की समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिलाध्यक्षों ने एकमत से महागठबंधन से अलग होने और पार्टी को अकेले अपनी राह चलने की वकालत की थी. लेकिन बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में बनी आम सहमति से बिलकुल उल्टा मीडिया को बयान देते हुए महागठबंधन की एकजुटता का दावा कर दिया.
श्याम सुंदर सिंह धीरज खुद उस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष होने के नाते मौजूद थे. श्याम सुंदर सिंह धीरज ने कहा कि पार्टी में वर्तमान नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह न हो इसी कारण से किसी भी जिलाध्यक्ष को अब तक चिट्ठी नहीं दी गई है. जबकि संगठन चुनाव कब के खत्म हो चुके हैं.