पटना: राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किये जाने के विरोध में बिहार कांग्रेस के नेताओं ने गांधी मैदान में किया 'सत्याग्रह'
By एस पी सिन्हा | Published: March 26, 2023 05:28 PM2023-03-26T17:28:53+5:302023-03-26T17:37:00+5:30
राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त किए जाने के विरोध में बिहार कांग्रेस की ओर से भी 'संकल्प सत्याग्रह' किया गया। इसका आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया।
पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त किए जाने के विरोध में बिहार कांग्रेस की ओर से रविवार को 'संकल्प सत्याग्रह' किया गया। कांग्रेस नेताओं ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ सिर्फ इसलिए कार्रवाई की गई है क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार को तानाशाह करार देते हुआ उन्होंने कहा कि संसद में राहुल गांधी ने जब पीएम मोदी और गौतम अडानी के नेक्सस को बताया। उनके गठजोड़ को कठघरे में खड़ा किया तो राहुल गांधी को गुजरात की अदालत से सजा सुनाई गई। उन्होंने कहा कि अडानी और प्रधानमंत्री के बीच क्या संबंध हैं? इसपर सवाल किए। अडानी के घोटाले पर सवाल किए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने किसी जाति पर सवाल नहीं उठाए थे। राजनीति साजिश के तहत संसद की सदस्यता खत्म करने की कार्रवाई की गई है। इसके विरोध में देशव्यापी सत्याग्रह किया गया है। गांधी मूर्ति के पास आए हैं, गांधी जी से आशीर्वाद लेने के लिए। अखिलेश ने कहा कि क्या देश का कानून बोलने का अधिकार नहीं देता है? नीरव मोदी हो या ललित मोदी उन भ्रष्टाचारी के खिलाफ राहुल गांधी ने आवाज उठाये थे। लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई गई, राहुल की आवाज को एक समाज से जोड़ दिया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना किसी कम्युनिटी के खिलाफ कही गई बात नहीं थी। लेकिन अडानी मामले में जब राहुल ने संसद में बात रखी तो उन पर केंद्र सरकार के इशारे पर कार्रवाई हुई।
तानाशाह सरकार के खिलाफ
— Dr Akhilesh Prasad Singh (@akhileshPdsingh) March 26, 2023
" संकल्प सत्याग्रह "
गांधी मैदान,गांधी मूर्ति , पटना pic.twitter.com/rapRmZVg69
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ देश की जनता उसी तरह खड़ी है जैसे 1978 में इंदिरा गांधी के साथ थी। उस समय भी इंदिरा की सदस्यता गई थी, लेकिन 1980 में इंदिरा गांधी के साथ देश खड़ा हुआ था। राहुल के मामले में भी देश देख रहा है कि कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके ही खिलाफ कार्रवाई हुई है।