सीएम नीतीश ने कोरोना के हालात पर जताई चिंता, आगामी समय में सख्ती के दिए संकेत
By एस पी सिन्हा | Published: April 15, 2021 05:52 PM2021-04-15T17:52:52+5:302021-04-15T17:54:46+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने गुरुवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) पटना में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज कोविशील्ड ली.
पटनाः बिहार में कोरोना की दूसरी डोज लेने के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एक लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो रही है.
अब टीकाकरण का काम भी बेहद बडे़ पैमाने पर किया जाएगा. बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है. पूरा प्रशासन इस काम में लगा है और आपदा विभाग को भी अलर्ट रहने को कहा गया है. कोरोना की दूसरी लहर में लगातार खराब होते हालात मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 अप्रैल को राज्यपाल फागू चौहान के नेतृत्व में आयोजित सर्वदलीय बैठक में मिले सुझावों के आधार पर परिस्थिति देखते हुए आगे का फैसला किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि स्थिति अगर गंभीर होगी तो हम कोई भी बड़ा कदम उठाएंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई
उन्होंने कहा कि फिलहाल हम लोग एक एक चीज पर नजर रखे हुए हैं. जो भी बाहर से आ रहे हैं, उनका जांच करा रहे हैं. प्रतिदिन कोरोना की जांच को एक लाख से भी अधिक बढाना है. जितना अधिक जांच होगा, उससे इसके फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई है.
दूसरी डोज को 4-8 हफ्तों के अंतराल पर लगाने का सुझाव दिया गया
भारत सरकार ने वैज्ञानिक प्रमाणों को देखते हुए, कोविशील्ड की दो डोज के बीच के अंतराल को बढाने की एडवाजरी जारी की है. इसी कारण उन्होंने 31 मार्च की बजाय आज वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई है. नई एडवाइजरी के अनुसार कोविशील्ड की पहली डोज के बाद दूसरी डोज को 4-8 हफ्तों के अंतराल पर लगाने का सुझाव दिया गया है.
ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमण शुरू हो गया
पहले यह अंतर 4-6 हफ्तों का था. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रियों और अधिकारियों से लगातार विचार-विमर्श होता है. इन सभी मामलों पर विचार किया जा रहा है. लोगों से अपील किया जा रहा है कि मास्क का इस्तेमाल कीजिए, दूरी बनाकर रखें, सैनिटाइजर का इस्तेमाल कीजिए, अब तो ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमण शुरू हो गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण जांच पर बल दे रही है. जांच को लेकर सरकार की तरफ से लगातार इंतजाम किए जा रहे हैं. इसमें लगतार वृद्धि की जा रही है. सरकार संक्रमण से बचाव तथा जांच व इलाज की तमाम कोशिशें कर रही है.
उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता की बहुत जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कई दूसरे राज्यों में भी ये महामारी तेज से फैल रही है. वहां बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं. बाहर के राज्यों से जो लोग आना चाहते हैं, वो जल्दी- जल्दी आ जाएं.
बीमार लोगों के अस्पताल को चिन्हित कर बेड भी रिजर्व कराये जा रहे हैं
बिहार आने वाले हर किसी की जांच होगी. आने वाले को नहीं पता होता कि उसे क्या हुआ है? वहीं जो लोग उसके संपर्क में आते हैं उन्हें कोरोना हो जाता है. इसलिए जांच बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेडों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. बीमार लोगों के अस्पताल को चिन्हित कर बेड भी रिजर्व कराये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार हर विकल्प पर विचार कर रही है और इसके लिए हर मोर्चे पर तैयारी की गई है. लॉकडाउन नाइट कर्फ्यू लगाने की बाबत उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल की बैठक में इन बातों पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग खुद बराबर अपना कोरोना संक्रमण का जांच कराते रहते हैं. सभी पत्रकारों के लिए भी टीकाकरण की तैयारी की जा रही है.