सीएम नीतीश कुमार ने पूरे किए 15 साल, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और शराबबंदी को लेकर राजद और कांग्रेस ने बोला हमला, जदयू का पलटवार
By एस पी सिन्हा | Published: November 24, 2021 09:13 PM2021-11-24T21:13:32+5:302021-11-24T21:14:55+5:30
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि किस बात का 15 साल बेमिसाल. 15 सालों में बिहार बेराजगारी का केंद्र बन गया है.
पटनाः बिहार में नीतीश सरकार आज अपनी सरकार के डेढ़ दशक पूरा होने पर 15 साल बेमिसाल का जश्न मना रही है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष राजद और कांग्रेस ने इसे 16 साल की नाकामयाबी का “जश्न-ए-फेल्योर” करार दिया है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश पर निशाना साधा और नीतीश कुमार के काम को लेकर 21 सवाल पूछे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा मैंने इतने सवाल पूछा, लेकिन नीतीश कुमार ने एक भी सवाल का उत्तर नहीं दिया है.
16 वर्षों से सभी मानकों में राज्य को फिसड्डी साबित कर देश में बिहार को सबसे निचले पायदान पर पहुँचाने वाले तीसरे नंबर की पार्टी के देश में एकमात्र मुख्यमंत्री आज अपनी नाकामयाबी का “जश्न-ए-फेल्योर” मना रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 24, 2021
आज उनसे निम्नलिखित 21 सवाल पूछ रहा हूँ:- https://t.co/8O823uJKWl
उन्होंने कहा कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र बन गया है, लेकिन सराकर युवाओं के रोजगार को लेकर गंभीर नहीं है. साथ ही उन्होंने कानून व्यवस्था पर नीतीश सरकार को घेरा और कहा कि प्रदेश में लगातार हत्या हो रही है. पत्रकारों की भी हत्या हो रही है. तेजस्वी ने कहा कि किस बात का 15 साल बेमिसाल. 15 सालों में बिहार बेराजगारी का केंद्र बन गया है.
बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. नीतीश कुमार कहते थे कि मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे.' तेजस्वी ने कहा उनका यह 15 साल बेमिसाल है. साथ ही तेजस्वी ने बिहार में शराबबंदी को लेकर कहा कि बिहार में मात्र 15 दिनों में ही जहरीली शराब से 65 लोगों की मौत हो गई, लेकिन सरकार का इस तरफ ध्यान नहीं दे रही.
उन्होंने कहा कि एक साल 500 लोगों की हत्या हो गई पर सरकार चुप बैठी है. उन्होंने नीतीश सरकार से 16 साल के काम का पूरा लेखा जोखा प्रस्तुत करने की मांग की है, वहीं साथ में यह भी पूछा है कि इतने सालो में बिहार में कितने लोगों को रोजगार मिला, कितने उद्योग धंधे स्थापित किए गए?
तेजस्वी ने कहा कि विगत 16 वर्षों से सभी क्षेत्रों और मानकों में राज्य को फिसड्डी साबित कर देश में बिहार को सबसे निचले पायदान पर पहुंचा दिया है. बिहार में हालत देश में सबसे खराब है. तीसरे नंबर की पार्टी के देश में एकमात्र मुख्यमंत्री से आज मैं उनसे निम्नलिखित 21 सवाल पूछ रहा हूं. उधर, कांग्रेस ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव और केरल के प्रभारी तारिक अनवर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पंद्रह साल के शासनकाल में जनता का बुरा हाल हो चुका है. शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा के न होने से बिहार अपने बुरे दौर से गुजर रहा है. उन्होंने कहा कि 15 साल के नीतीश कुमार के शासन काल में एकमात्र उपलब्धि नीतीश कुमार की यह रही है कि वें येन केन प्रकारेण सत्ता का नेतृत्व ले ले रहे हैं. जबकि उनके शासन काल में शिक्षित बेरोजगारों की भरमार, अपराधियों का अंबार, स्वास्थ्य एवं शिक्षा भी बेकार और घोटालों का अंबार लगा हुआ है.
उनके ही सहयोगी भाजपा की केंद्र में सरकार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार हर मोर्चे पर विफल हो चुका है ऐसी रिपोर्ट आई है. स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, कृषि अनुसंधान, उद्योग, कृषि आधारित उद्योग, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं अन्य आधारभूत संरचनाओं में बिहार विफल हो चुका है और रही सही कसर भ्रष्टाचार ने पूरी कर दी है.
तारिक ने कहा की बिहार देश का पहला राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री पर देश के प्रधानमंत्री स्वयं 55 घोटाले के आरोपी बताएं. उसके बाद उसी प्रधानमंत्री के सहयोग से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने. मतलब साफ है कि मलाई दोनों लोग मिलकर खा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में राज भवन बनाम सरकार का टकराव खुलेआम हो चुका है और यहां कुलपति भ्रष्टाचार के जुर्म में फरार हो रहे हैं.
बिहार के अनेक विश्वविद्यालयों में अवैध नियुक्ति, आउटसोर्सिंग और पैसों का फर्जीवाड़ा जिस प्रकार से प्रकाश में आया है, यह दर्शाता है कि राजभवन एवं सरकार मिलकर लूट की खुली छूट का मजा ले रहे हैं. बिहार के शिक्षा व्यवस्था को चौपट किया जा रहा है, इसलिए बिहार के विश्वविद्यालय में हुए फर्जीवाड़ों की जांच सीबीआई या स्वतंत्र एजेंसी से होनी ही चाहिए.