बिहारः सड़कों पर फर्राटा दौड़ेंगी 82 लग्जरी इलेक्ट्रिक बसें, सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, खुद चढ़कर विधानसभा पहुंचे, जानें रूट
By एस पी सिन्हा | Published: March 2, 2021 02:47 PM2021-03-02T14:47:53+5:302021-03-02T14:48:59+5:30
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन पटना-राजगीर, पटना- मुजफ्फरपुर एवं पटना नगर सेवा के विभिन्न मार्गों पर किया।
पटनाः बिहार के कई जिलों में इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। नई इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन पटना नगर निगम क्षेत्र के अलावा पटना-मुजफ्फरपुर और राजगीर सहित कई अन्य स्थानों के लिए किया जायेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विद्यापति भवन से नई बसों को हरी झंडी दिखाई और फिर उसी बस में सवार होकर वह विधानसभा पहुंचे। इस दौरान उनके साथ दोनों उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी सहित बिहार सरकार के दूसरे मंत्री भी मौजूद रहे। लेकिन इस खुशी के पल में तब चिंता की लकीरें नजर आने लगीं, जब बस को घुमाने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
बड़ा हादसा होते-होते टल गया
ऐसे में मुख्यमंत्री के साथ एक बड़ा हादसा टल गया। विधानसभा परिसर में बस घुमाने के दौरान बस के धक्के से गार्डन के बाउंड्री के नुकसान पहुंचा है। दरअसल, नीतीश कुमार की बस जैसे ही विधानसभा के कैंपस में पहुंची तो उनकी बस कैंपस के ही दीवार से टकरा गई। जिसके बाद एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
लेकिन कबीर वाटिका की दिवार टूट गई। मुख्यमंत्री भी सुरक्षित हैं। बस में सवार होकर विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री ने इसे बिहार के लिए नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में इलेक्ट्रिक बसों के शुरू होने से महंगे किराया देकर सफर से राहत मिलेगी, साथ ही बिहार के वायु प्रदूषण को भी कम किया जा सकेगा। उन्होंने इस दौरान बस के सफर को बेहद शानदार बताया।
12 इलेक्ट्रिक समेत 82 बसों का विभिन्न रूटों पर परिचालन
बिहार परिवहन विभाग द्वारा आज से बिहार में 70 नई इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत कर रही है, जिनमें मुजफ्फरपुर और राजगीर तक चलाया जा रहा है। वहीं पटना में भी लोग इन लग्जरी बसों के सफर का आनंद उठा सकेंगे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर 12 इलेक्ट्रिक समेत 82 बसों का विभिन्न रूटों पर परिचालन शुरू कराया। ये बसें राज्य के 43 विभिन्न मार्गों पर चलेंगी।
बताया जाता है कि सभी इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित एवं आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। 9 मीटर की लंबाई वाली 15 इलेक्ट्रिक बसें 37 सीटर, जबकि 12 मीटर लंबाई की 10 बसें 45 सीटर हैं। बसों के अंदर इमरजेंसी गेट एवं इमरजेंसी विंडो की भी सुविधा उपलब्ध है। इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने के लिए परिवहन परिसर फुलवारीशरीफ में कुल 1200 किलोवाट के चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं, इसमें 120 किलोवाट के 6 चार्जिंग प्वाइंट व 240 किलोवाट के दो चार्जिंग प्वाइंट हैं। प्रतिदिन रात्रि में इलेक्ट्रिक बसें चार्ज किये जाने के बाद यहीं से खुलेंगी।
225-250 किलोमीटर चलेगी
ऐसे में प्रदेश के हर जिले व प्रखंड मुख्यालय से अब राजधानी पटना की राह आसान हो जायेगी। एक बार चार्ज होने के बाद 225-250 किलोमीटर चलेगी। सभी बसों में तीन-तीन डिस्प्ले, पैनिक बटन फैसिलिटी, बस के अंदर यात्रियों को मोबाइल चार्ज करने की सुविधा, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, स्मार्ट टिकटिंग एवं इंटेलिजेंट व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से लैस है।
इमरजेंसी बटन एवं अलार्म बेल भी है. टू बाय टू पुशबैक सीटों वाली इस बस में सीसीटीवी, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, डिसप्ले बोर्ड, फायर फाइटिंग उपकरण, इमरजेंसी गेट है. जबकि डीलक्स/सेमी डीलक्स पूर्णतः वातानुकूलित, टू बाय टू पुशबैक, सीसीटीवी, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, डिसप्ले बोर्ड व फायर फाइटिंग सिस्टम है।
वहीं, विधानसभा परिसर में बस के टकराने की घटना के बाद बाद विपक्ष ने बसों को विधानमंडल परिसर में लाने को लेकर सरकार को घेरा। कांग्रेस ने कहा कि ऐसे तो परिसर में बड़ा-जानलेवा हादसा हो सकता था। लेकिन भगवान का शुक्र है कि कोई हताहत नहीं हुआ। कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि यह सुबह संकेत नहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस बस का शुभारंभ किया ,उससे विधानसभा आने की क्या जरूरत थी, उद्घाटन के साथ ही टकराना चिंताजनक है।