Bihar Chunav 2025: संविधान गौरव अभियान से शुरुआत, बिहार में पांच बड़े सम्मेलन?, अमित शाह, राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान भरेंगे हुंकार
By एस पी सिन्हा | Published: January 22, 2025 03:41 PM2025-01-22T15:41:58+5:302025-01-22T15:43:00+5:30
Bihar Chunav 2025: 23 जनवरी को मोतिहारी में सभा, 24 जनवरी को रक्सौल में तो 25 जनवरी को सीतामढ़ी में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

file photo
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे की सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में जुट गई हैं। एक ओर जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव संवाद यात्रा के माध्यम से अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर एनडीए की ओर से हर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। वहीं, भाजपा ने मंगलवार से संविधान गौरव अभियान की भी शुरुआत कर दी है। यह कार्यक्रम एक साल तक पूरे बिहार में चलेगा, जिसमें पांच बड़े सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार पार्टी स्तर पर इन नेताओं के कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। जल्द ही पार्टी की ओर से इन नेताओं के आगमन की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
फिलहाल इन नेताओं के कार्यक्रम के लिए शेड्यूल की तैयारी की जा रही है। इस अभियान के संयोजक और पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल तथा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी प्रभात मालाकार ने बताया कि भाजपा और मोदी सरकार द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर को दिए गए सम्मान और संविधान के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को जनता तक पहुंचाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
21 से 25 जनवरी तक पूरे बिहार में विभिन्न स्थानों पर संविधान गौरव अभियान के तहत कार्यक्रम और जनसभाएं आयोजित की जा रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत आज गोपालगंज में सम्मेलन का आयोजन किया गया। 23 जनवरी को मोतिहारी में सभा, 24 जनवरी को रक्सौल में तो 25 जनवरी को सीतामढ़ी में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
जहानाबाद में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य शामिल होंगे। अन्य जिलों के कार्यक्रम की तिथियां जल्द ही तय की जाएंगी। इन सम्मेलनों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, राज्य और केंद्र सरकार के मंत्री, विधायक, विधान पार्षद सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। यह अभियान डॉ. आंबेडकर की विचारधारा और संविधान के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को उजागर करने के साथ-साथ पार्टी के सामाजिक आधार को मजबूत करने का प्रयास है।