बिहार: नीतीश कुमार के उद्घाटन से पहले ही टूटा बंगरा घाट महासेतु का अप्रोच रोड, आरजेडी ने बोला सीएम पर हमला
By रामदीप मिश्रा | Published: August 12, 2020 01:38 PM2020-08-12T13:38:38+5:302020-08-12T13:38:38+5:30
इस पुल की लागत 509 करोड़ रुपये। इस बीच बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और मरम्मत का काम तेजी से करवाया जा रहा है।
पटनाः बिहार में इस समय नदियां उफान पर हैं। इस बीच पुल की अप्रोच सड़क टूटने का नया मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बैकुंठपुर में सारण बांध टूटने की वजह से बंगरा घाट महासेतु की अप्रोच रोड कट गई। इस मेगा ब्रिज की अप्रोच सड़क का आज उद्घाटन सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करने वाले थे। उससे पहले ही सड़क टूट गई। सड़क टूटने की खबर को लेकर आरजेडी ने नीतीश कुमार के ऊपर हमला बोला है।
आरजेडी ने बुधवार को एक वीडियो ट्वीट किया है। साथ ही साथ लिखा, 'गोपालगंज का बंगरा घाट का पुल जो सीएम द्वारा उद्घाटन के पहले ही टूट गया। अब बीजेपी-जेडीयू वाले हल्ला करेंगे कि पुल नहीं अप्रोच रोड टूटा है जैसे अप्रोच रोड विपक्ष ने बनाया हो! सीएम फिर भी उद्घाटन करेंगे क्योंकि वो आजकल किसी भी नई, पुरानी, जर्जर, टूटी चीजों का उद्घाटन करने को आमादा हैं।'
बताया गया है कि इस पुल की लागत 509 करोड़ रुपये। इस बीच बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और मरम्मत का काम तेजी से करवाया जा रहा है।
गोपालगंज का बंगरा घाट का पुल जो CM द्वारा उद्घाटन के पहले ही टूट गया!
— RJD Gopalganj (@gopalganj_RJD) August 12, 2020
अब BJP-JDU वाले हल्ला करेंगे कि पुल नहीं अप्रोच रोड टूटा है जैसे अप्रोच रोड विपक्ष ने बनाया हो!
CM फिर भी उद्घाटन करेंगे क्योंकि वो आजकल किसी भी नई, पुरानी, जर्जर, टूटी चीज़ों का उद्घाटन करने को आमादा हैं! https://t.co/ebuepqR3Fepic.twitter.com/ALwJPQAsoT
इससे पहले सत्तर घाट महासेतु पुल की अप्रोच सड़क टूट गई थी। इह पुल नीतीश कुमार ने ही उद्घाटन किया था। इसे बनाने में 264 करोड़ की लागत आई। गंडक नदी के रास्ते सारण-तिरहुत प्रमंडलों को जोड़ने वाले सत्तर घाट महासेतु को जनता को समर्पित किया गया था। 263.48 करोड़ की लागत से 1440 मीटर लंबा महासेतु पर आवागमन से शुरू हो गया था। इसका निर्माण होने से शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया जिलों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल की दूरी कम हो गई थी।