बिहार विधानसभा उपचुनाव: के दो सीटों पर शनिवार को मतदान, कांगेस के दिग्गज चुनाव प्रचार से रहे दूर, उठ रहे हैं सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2021 07:55 PM2021-10-29T19:55:34+5:302021-10-29T19:55:34+5:30
बिहार में दो सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान शनिवार को है। कांग्रेस ने भी दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं लेकिन पार्टी के स्टार प्रचारक इससे दूर ही नजर आए।
पटना: बिहार में दो विधानसभा सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में उपचुनाव के तहत शनिवार को वोटिंग है. कांग्रेस इस बार राजद से अलग होकर मैदान में कूदी है. इस उपचुनाव में एक ओर जहां क्षेत्रीय दलों के तमाम स्टार प्रचारक मैदान में उतरे, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के कई स्टार प्रचारक सूची में नाम शामिल होने के बाद भी चुनाव मैदान में कहीं नजर नहीं आए.
इसके बावजूद पार्टी लगातार यह दावा कर रही है कि दोनों सीटों पर उसकी जीत तय है. स्टार प्रचारकों के नदारद रहने पर अब सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस ने तारापुर व कुशेश्वरस्थान सीट पर अपने उम्मीदवारों की जीत के लिए 20 स्टार प्रचारकों को मतदाताओं को रिझाने का जिम्मा सौंपा था.
स्टार प्रचारकों में शामिल स्थानीय नेता तो चुनाव मैदान में भाग-दौड़ करते और प्रत्याशियों के पक्ष में जरूर हवा बनाते नजर आए, पर इस सूची में शामिल कई दिग्गज तो बिहार ही नहीं आए. जो आए भी वे निजी कारणों से या पूरी व्यवस्था नहीं हो पाने की वजह से मैदान में नहीं उतर सके.
हाल में ही कांग्रेस का दामन थामने वाले कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी भी स्टार प्रचारक बनकर बिहार आए. उनके साथ हार्दिक पटेल भी पटना पहुंचे. हालांकि क्षेत्र में केवल कन्हैया कुमार को ही सक्रिय देखा गया. उनके साथी जिग्नेश और हार्दिक पटना के कार्यक्रम तक ही देखे गये. उसके बाद दोनों बिहार से वापस लौट गये.
शत्रुघ्न सिन्हा प्रचार के लिए नहीं पहुंचे बिहार
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में कन्हैया, जिग्नेश मेवानी, हार्दिक पटेल, शत्रुघ्न सिन्हा, कीर्ति आजाद के साथ मीरा कुमार, तारिक अनवर, इमरान प्रतापगढी, भक्त चरण दास जैसे नेता शामिल थे. शत्रुघ्न सिन्हा स्टार प्रचारक होते हुए भी बिहार तक नहीं पहुंचे.
कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में एक कीर्ति आजाद कुशेश्वरस्थान तक आए, लेकिन प्रचार के लिए मैदान में नहीं उतरे और रिश्तेदार के घर से ही निकल गये. जिसके बाद लोगों के बीच इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस के अंदर दबे आवाज में विरोध है.
हालांकि इसके कुछ अलग भी कारण हो सकते हैं. कांग्रेस ने बिहार उपचुनाव के लिए पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद और डॉ. अखिलेश सिंह, सांसद डॉ. मो. जावेद, पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा, अवधेश सिंह, डॉ. शकील अहमद खान आदि को भी स्टार प्रचारक बनाया था. लेकिन इन्हें चुनाव मैदान में उतरना उन्हें गंवारा नहीं हुआ.
इन नेताओं को लेकर पार्टी का एक धडा दबे स्वर में आक्रोश जता रहा है. जबकि पार्टी विधायक दल के नेता अजीत शर्मा कहते हैं कि कुछ अंदरूनी समस्याएं हो जाने की वजह से शत्रुघ्न सिन्हा प्रचार के लिए नहीं आ पाए. जिग्नेश और हार्दिक का चुनाव क्षेत्र में जाने का कार्यक्रम नहीं था. हकीकत यह है कि दोनों नेताओं के नाम सूची में दर्ज हैं. अब कांग्रेस के अंदर भी कयासों का दौर जारी है.