बिहार एटीएस की टीम ने जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन से जुड़े दो बांग्लादेशी लोगों को किया गिरफ्तार, पुलवामा की घटना से जुड़े कागजात मिले
By एस पी सिन्हा | Published: March 25, 2019 08:24 PM2019-03-25T20:24:41+5:302019-03-25T20:24:41+5:30
जानकारी के अनुसार पुलिस को उनके पास से जम्मू के पुलवामा की घटना के बाद जम्मू में तैनात सुरक्षा बलों से जुडे कागजात भी मिले हैं. दोनों के पास से पुलिस की टीम ने अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति संबंधी रिपोर्ट की कॉपी भी मिली है.
बिहार पुलिस की एटीएस की टीम ने पटना रेलवे स्टेशन से ही दो बांग्लादेशी लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को दोनों के पास से कई संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं. उन दोनों के पास न पासपोर्ट था न वीजा था.
उनके पास से फर्जी वोटर पहचान पत्र भी मिले हैं. पकड़े गए दोनों शख्स बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश के सक्रिय सदस्य हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एटीएस ने पटना जंक्क्शन के पास स्थित मदनी मुसाफिरखाना के पास से दो संदिग्ध बांग्लादेशी आतंकियों को आज गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार युवकों की पहचान खैरुल मंडल, पिता महाबुल मंडल और अबु सुल्तान, पिता मो अब्दुल मलिक के रूप में हुई है. दोनों युवक बांग्लादेश के खुलना के झेनौदा जिला स्थित महेशपुर थाने के चापातल्ला के निवासी बताये जा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार पुलिस को उनके पास से जम्मू के पुलवामा की घटना के बाद जम्मू में तैनात सुरक्षा बलों से जुडे कागजात भी मिले हैं. दोनों के पास से पुलिस की टीम ने अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति संबंधी रिपोर्ट की कॉपी भी मिली है. बताया जाता है आईबी को गुप्त सुचना दी गई कि दो संदिग्ध पटना में सक्रीय है. जिसके बाद बिहार पुलिस और एटीएस की टीम ने इसे पकडा.
दोनों के पास से पुलिस की टीम ने अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति संबंधी रिपोर्ट की कॉपी भी मिली है. पुलिस ने इस कार्रवाई में दोनों के पास से आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संगठनों के पोस्टर, आतंकवादी संगठनों के पंपलेट की छायाप्रति भी जब्त की है.
जिस समय दोनों की गिरफ्तारी की गई उस वक्त उनके पास से दो फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र और रेल टिकट भी जब्त किया गया.
एटीएस को इनके पास से नई दिल्ली से हावड़ा और गया से पटना का रेल टिकट तथा कोलकाता से गया का महारानी एक्सप्रेस बस का टिकट भी मिला है. फिलहाल एटीएस की टीम गिरफ्तार युवकों से पूछताछ कर रही है.
एटीएस के मुताबिक, दोनों युवक भारत में रह कर जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश संगठन के निर्देशानुसार कोलकाता, केरल, दिल्ली और बिहार के पटना व गया में घूम-घूम कर अपने संगठन से अन्य मुस्लिम युवकों को जोड़ने और बौद्ध धार्मिक स्थलों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए रेकी का कार्य कर रहे थे.
इस दौरान गिरफ्तार दोनों युवक 11 दिनों तक प्रवास भी किया है. एटीएस के मुताबिक, दोनों युवक सीरिया जाकर आईएसआईएस के साथ मिल कर जेहाद में शामिल होना चाहते थे.