कपिल सिब्बल ने फिर कांग्रेस पर बोला हमला, कहा-पार्टी ने पराजय को नियति मान ली...
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 16, 2020 03:49 PM2020-11-16T15:49:50+5:302020-11-16T15:51:05+5:30
कार्ति चिदंबरम ने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के ताजा बयान को लेकर सोमवार को कहा कि यह कांग्रेस के लिए आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है।
नई दिल्लीःकांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने एक बार फिर से कांग्रेस आलाकमान पर हमला बोला है। सिब्बल ने कहा कि लगता है कांग्रेस लीडरशिप ने पराजय को ही अपनी नियति मान ली है।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के ताजा बयान को लेकर सोमवार को कहा कि यह कांग्रेस के लिए आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है।
दरअसल, सिब्बल ने अंग्रेजी दैनिक ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए साक्षात्कार में कहा है कि ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व ने शायद हर चुनाव में पराजय को ही अपनी नियति मान ली है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार ही नहीं, उपचुनावों के नतीजों से भी ऐसा लग रहा है कि देश के लोग कांग्रेस पार्टी को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं।
सब ठीक है और इसे सामान्य घटना ही माना जाना चाहिए
सिब्बल ने कहा, 'बिहार (चुनाव) और उपचुनावों में हालिया प्रदर्शन पर कांग्रेस पार्टी (के शीर्ष नेतृत्व) के विचार अब तक सामने नहीं आए हैं। शायद उन्हें लगता हो कि सब ठीक है और इसे सामान्य घटना ही माना जाना चाहिए।' सिब्बल से सवाल था कि क्या आपको लगता है कि कांग्रेस लीडरशिप एक और हार को सामान्य घटना मान रही है? उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता। मैं सिर्फ अपनी बात कर रहा हूं। मैंने लीडरशिप को कुछ कहते नहीं सुना। इसलिए मुझे नहीं पता। मुझ तक सिर्फ नेतृत्व के ईर्द-गीर्द के लोगों की आवाज पहुंचती है। मुझे सिर्फ इतना ही पता होता है।'
चिदंबरम ने कहा, ‘‘ यह आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है’’
सिब्बल ने सोमवार को अपने इस साक्षात्कार का लिंक साझा करते हुए ट्वीट किया तो इसे रिट्वीट करते हुए कार्ति चिदंबरम ने कहा, ‘‘ यह आत्मविश्लेषण, चिंतन और विचार-विमर्श करने का समय है।’’ उल्लेखनीय है कि बिहार के हालिया विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की घटक कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर सिमट गई, जबकि उसने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सत्ता से दूर रह जाने का एक प्रमुख कारण कांग्रेस के इस निराशाजनक प्रदर्शन को भी माना जा रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बीच उसके सहयोगी दल राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के लिये कांग्रेस बाधा बनी। टीवी चैनलों पर तिवारी का यह बयान प्रसारित होने के बाद राजद से उन्हें बाहर किये जाने की मांग उठने लगी है। तिवारी ने कहा कि गठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा की तरह रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव तो 70 सीटों पर लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं कीं और चुनाव के वक्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे।
कांग्रेस महागठबंधन के पांव की ज़ंजीर बन चुकी है। कांग्रेस के 70 उम्मीदवार चुनाव लड़े और कांग्रेस ने 70 सभाएं भी नहीं की। अन्य प्रदेशों में भी कांग्रेस अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर देती है लेकिन अधिक सीटों पर जीतने में असफल रहती है : शिवानंद तिवारी, राजद #BiharResultspic.twitter.com/2qjTlsY8bU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 15, 2020
गांधी केवल तीन दिन के लिए बिहार आए और प्रियंका गांधी तो आई ही नहीं
तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी केवल तीन दिन के लिए बिहार आए और प्रियंका गांधी तो आई ही नहीं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को बिहार से सरोकार नहीं था, वे लोग यहां आए। राजद नेता ने कहा कि जब चुनाव पूरे जोर-शोर से चल रहा था, तब राहुल गांधी शिमला में प्रियंका के साथ पिकनिक मना रहे थे। तिवारी की इस टिप्पणी पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तिवारी राजद के आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हैं और उनकी भाजपा एवं जदयू से मिलीभगत है तथा वह उन्हीं की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तेजस्वी जी, राजद नेता शिवानंद तिवारी पर लगाम लगाएं। हमें राजद नेता का कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर गिरिराज सिंह और शहनवाज हुसैन जैसी भाषा बोलना स्वीकार नहीं।’’ मिश्रा ने कहा कि गठबंधन का एक धर्म होता है, जिसका पालन सभी पक्षों को करना चाहिए । वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शिवानंद तिवारी की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय है और उनका बयान पार्टी का बयान नहीं है।