बिहार विधानसभाः दिवंगत MLA मुसाफिर पासवान ने सदन में पूछा सवाल!, सरकार ने दिया जवाब, अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा हैरान
By एस पी सिन्हा | Published: December 3, 2021 02:36 PM2021-12-03T14:36:04+5:302021-12-03T14:38:01+5:30
Bihar Assembly: बिहार विधानसभा में पेश नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की वर्ष 2019-20 की रिपोर्ट में डिफॉल्टर सरकारी कंपनियों को 18.872 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराने पर राज्य सरकार को फटकार लगाई गयी है.
पटनाः बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां और आखिरी दिन है. विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान आज उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब एक दिवंगत विधायक ने सदन में सवाल कर दिया.
विधानसभा के इतिहास में संभवत ऐसा पहली बार हुआ कि किसी दिवंगत विधायक ने सदन में सवाल किया हो. वहीं, दिवंगत विधायक के सवाल का जवाब भी सरकार की ओर से दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासशील इंसान पार्टी(वीआईपी) के विधायक रहे मोसाफिर पासवान का निधन इलाज के क्रम में हो गया था. वे लंबे समय से बीमार थे.
बताया जा रहा है कि मुसाफिर पासवान इलाज करा रहे थे और अस्पताल में वह वेंटिलेटर पर थे. उसी दौरान उनकी तरफ से एक सवाल विधानसभा सचिवालय को भेजा गया था. अधिकारियों ने जवाब तैयार कर भेजा तो इस बात पर ध्यान शायद नहीं दिया कि प्रश्न पूछने वाले विधायक का निधन हो चुका है. अब शीतकालीन सत्र के दौरान वह सवाल सदन में आ गया.
मुसाफिर पासवान में पशु और मत्स्य संसाधन विभाग से सवाल पूछा था. मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा क्षेत्र से चुनकर आने वाले मुसाफिर पासवान ने अपने विधानसभा क्षेत्र में मछली पालन के लिए प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना से जुड़ा सवाल पूछा था, लेकिन सवाल का जवाब लेने से पहले वह इस दुनिया से चले गए.
इस पूरे प्रकरण पर राजद के विधायक ललित यादव ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि सदन पहले ही दिवंगत विधायक को श्रद्धांजलि दे चुका है. ऐसे में उनका सवाल सदन में कैसे आ सकता है? विधानसभा सचिवालय को इस पर ध्यान देना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है.