बिहार विधानसभा चुनाव: दूसरे चरण के लिए तेजस्वी सहित अब तक 340 अभ्यर्थियों ने भरा पर्चा
By भाषा | Published: October 14, 2020 09:21 PM2020-10-14T21:21:35+5:302020-10-14T21:21:35+5:30
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने बड़े भाई तेजप्रताप यादव और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के विश्वासपात्र विधायक भोला राय के साथ वैशाली समाहरणालय स्थित अनुमंडल अधिकारी-सह निर्वाचन अधिकारी के कक्ष पहुंचकर में राघोपुर सीट के लिए अपना नामांकन पत्र जमा किया।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव सहित अबतक कुल 340 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। वहीं तीसरे चरण के लिए अभी तक 19 लोगों ने नामांकन भरा है। गौरतलब है कि राज्य में कुल 243 सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को, दूसरे चरण में 94 सीटों पर तीन नवंबर को और तीसरे चरण में 78 सीटों पर सात नवंबर को मतदान होना है।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने बड़े भाई तेजप्रताप यादव और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के विश्वासपात्र विधायक भोला राय के साथ वैशाली समाहरणालय स्थित अनुमंडल अधिकारी-सह निर्वाचन अधिकारी के कक्ष पहुंचकर में राघोपुर सीट के लिए अपना नामांकन पत्र जमा किया। लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी को विपक्षी महागठबंधन ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया है।
2015 बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए तेजस्वी, राजद—जदयू—कांग्रेस महागठबंधन की तत्कालीन सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। इस सरकार के मुख्यमंत्री भी नीतीश कुमार थे। तेजस्वी का राघोपुर सीट पर मुख्य मुकाबला शामिल भाजपा प्रत्याशी सतीश कुमार से होगा, जो 2010 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को इसी सीट से हराने के बाद चर्चा में आए थे।
हालांकि, सतीश पिछली बार तेजस्वी के हाथों पराजित हुए थे। राघोपुर यादव समुदाय बहुल निर्वाचन क्षेत्र है। 1995 से 2005 तक लालू प्रसाद और 2005-10 तक राबड़ी देवी यहां से विधायक रहीं। उसके बाद पांच साल 2010-15 तक यह सीट भाजपा के सतीश कुमार के पास रही। नामांकन दाखिल करने के बाद तेजस्वी ने महागठबंधन की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि लहर स्पष्ट रूप से उसके पक्ष में है।
"बेचारा मुख्यमंत्री" कहकर नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए 30 वर्षीय राजद नेता ने कहा, ‘‘वह केंद्र सरकार से बिहार को विशेष दर्जा तथा पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने में पाने में विफल रहे हैं।’’ वैशाली रवाना होने से पहले तेजस्वी मां के घर पहुंचे और उनका तथा अपने बड़े भाई तेजप्रताप का पैर छू कर आशीर्वाद लिया। पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने दोहराया कि महागठबंधन के सत्ता में आने पर कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख सरकारी नौकरियों को मंजूरी दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश जी हमारे वादे (10 लाख नौकरियों) पर हंसते हैं ... हम ठेठ बिहारी हैं और जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं।’’ उन्होंने कहा, "पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू से अधिक सीटें जीतने के बाद भी, राजद ने उन्हें (नीतीश) मुख्यमंत्री बनाने का अपना वादा पूरा किया था।’’
राबड़ी ने पत्रकारों से बातचीत करते कहा, "मैं ही नहीं पूरा बिहार इस चुनाव में तेजस्वी को जीत का आशीर्वाद दे रहा है।" मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पहले चरण का नामांकन पूरा हो चुका है और कुल 1066 अभ्यर्थी मैदान में हैं। दूसरे तथा तीसरे चरण के लिए नामांकन जारी है।