बिहार विधानसभा: तेजस्वी यादव के धारदार हमले के पीछे किसका है दिमाग
By शीलेष शर्मा | Published: October 27, 2020 06:06 PM2020-10-27T18:06:08+5:302020-10-27T18:07:27+5:30
तेजस्वी जिन मुद्दों के ज़रिये भाजपा और नीतीश पर हमलावर हैं उनको तैयार करने के लिये कांग्रेस और आरजेडी की सयुंक्त टीम काम कर रही है।
नई दिल्लीः बिहार चुनाव में कांग्रेस तेजस्वी की नाव पर सवार हो कर चुनावी बैतरणी को पार करने की जहाँ जुगत में लगी है ,वहीं तेजस्वी यादव चुनावी रणनीति के लिये कांग्रेस के थिंक टैंक पर आश्रित हो गये हैं। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार तेजस्वी जिन मुद्दों के ज़रिये भाजपा और नीतीश पर हमलावर हैं उनको तैयार करने के लिये कांग्रेस और आरजेडी की सयुंक्त टीम काम कर रही है।
इस टीम में आरजेडी के सांसद मनोज झा , कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ,पवन खेड़ा ,शिव नंदन तिवारी अपना अपना इनपुट देकर एक साझा चुनावी रणनीति बनाने में जुटे है जिस पर आरजेडी पितामह लालू यादव जब अपनी मुहर जेल से लगा देते हैं तो उसी आधार पर तेजस्वी अपने हमले की धार तेज कर देते हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि महँगाई का मुद्दा शुरू में चुनाव प्रचार रणनीति में शामिल नहीं था लेकिन कांग्रेस के सुझाव के बाद इसी मुद्दे को लेकर तेजस्वी भाजपा और नितीश पर हमलावर हो गये तथा प्याज़ की माला लेकर लोगों के बीच निकल पड़े।
दिलचस्प तो यह है कि कांग्रेस प्रवक्ता प्रोफ़ेसर गौरव बल्लभ तथा राहुल गाँधी का बैक ऑफिस लगातार आंकड़े और ताजा जानकारी इन नेताओं को उपलब्ध करा रहे हैं। तेजस्वी ने जब 10 लाख सरकारी नौकरियाँ देने की घोषणा की तब उसके पीछे आंकड़े उपलब्ध कराने वाले यही दिमाग काम कर रहे थे।
कांग्रेस और आरजेडी के बीच चुनाव के दौरान गज़ब का तालमेल काम कर रहा है ,आरजेडी की अधिकृत वेव साईट पर सोनिया और राहुल के भाषण तक लोड कर दिये गये हैं ताकि दोनों दल एक दूसरे का पूरा लाभ उठा सकें। कांग्रेस की चिंता सीटें जीतने को लेकर बनी हुयी है, समझौते में 70 सीटें तो ले ली लेकिन उनको कैसे जीता जाये इसे लेकर राज्य के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल माथा पच्ची कर रहे हैं। कांग्रेस जितनी सीटें हारती है उसका लाभ भाजपा को मिलेगा ,यही चिंता कांग्रेस के रणनीति कारों को सता रही है।