Bihar assembly elections 2020: राजद-कांग्रेस गठबंधन से NCP खफा, प्रफुल्ल पटेल बोले- अकेले लड़ेंगे, धोखा दिया, हमें एक भी सीट नहीं दी
By भाषा | Published: October 13, 2020 07:41 PM2020-10-13T19:41:11+5:302020-10-13T20:26:01+5:30
महाराष्ट्र में शिवसेना के अलावा कांग्रेस भी शरद पवार नीत राकांपा की सहयोगी है। महाराष्ट्र में पार्टी की सहयोगी शिवसेना के साथ मिलकर अक्टूबर-नवंबर का चुनाव लड़ना संभव नहीं है क्योंकि बिहार में उसके कार्यकर्ता स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं।
मुंबईः राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। राजद-कांग्रेस गठबंधन ने राकांपा को कोई सीट आवंटित नहीं की है और गठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ना चाहती थी।
पटेल ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) बिहार में राजद-कांग्रेस के महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार थी लेकिन विपक्षी गठबंधन से उसे एक भी सीट नहीं मिली। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पार्टी की सहयोगी शिवसेना के साथ मिलकर अक्टूबर-नवंबर का चुनाव लड़ना संभव नहीं है क्योंकि बिहार में उसके कार्यकर्ता स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना के अलावा कांग्रेस भी शरद पवार नीत राकांपा की सहयोगी है। उन्होंने कहा कि हम पहले भी उनके (राजद-कांग्रेस) साथ थे, फिर भी, राजद और कांग्रेस ने बातचीत के बावजूद इस बार हमें एक भी सीट नहीं दी। पटेल ने कहा, ‘‘इसलिए राकांपा स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी।’’
राकांपा नेता ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता अहमद पटेल, शक्तिसिंह गोहिल और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा की थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राकांपा ने 243 सीटों में से केवल पांच सीटों की मांग की थी।
NCP isn't a part of Bihar Mahagathbandhan. We wanted to, but we weren't given space, so we'll contest alone. We've not had any discussion with Shiv Sena. Party workers demanded that we contest on our own, so we'll fight the election alone: Praful Patel, NCP #BiharElections2020pic.twitter.com/yMi9XuSj9p
— ANI (@ANI) October 13, 2020
बिहार विधानसभा चुनाव: 28 अक्टूबर सुबह से शाम सात बजे तक एग्जिट पोल पर रोक
बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़े एग्जिट पोल और इसके प्रसारण पर चुनाव आयोग ने 28 अक्टूबर सुबह सात बजे से सात नवंबर शाम छह बजकर 30 मिनट तक के लिए रोक लगा दी। चुनाव आयोग द्वारा तीन अक्टूबर को जारी अधिसूचना में निर्देश दिया गया था कि प्रत्येक चरण में संबंधित चुनाव क्षेत्रों में मतदान समाप्ति की 48 घंटे की अवधि के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर किसी भी तरह के ओपिनियन पोल और चुनाव से जुड़े सर्वेक्षण के परिणाम को ‘दिखाना’ प्रतिबंधित है।
लोगों के प्रतिनिधित्व से जुड़े अधिनियम का हवाला देते हुए आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में 28 अक्टूबर, 2020 (बुधवार) सुबह सात बजे से लेकर सात नवंबर, 2020 शाम छह बजकर 30 मिनट तक किसी भी तरह के एग्जिट पोल के आयोजन और प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी भी अन्य तरीके से इसके प्रसारण पर रोक है। बिहार में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को तीन चरणों में चुनाव आयोजित होंगे। चुनाव परिणाम की घोषणा 10 नवंबर को होगी।