Bihar assembly elections 2020: राजद-कांग्रेस के बीच खींचतान, दूसरे चरण में 94 सीट पर मतदान, कई सीटों पर रार
By एस पी सिन्हा | Published: October 12, 2020 03:38 PM2020-10-12T15:38:49+5:302020-10-12T15:38:49+5:30
राजद ने अपने सिटिंग उम्मीदवारों में कुछ बदलाव किया है, लेकिन कांग्रेस ने अपने सभी सिटिंग विधायकों को फिर से मैदान में उतार दिया है. सूत्रों के मूताबिक, 94 सीटों में से 14 सीटें वाम दलों को चली गई हैं.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव दूसरे चरण में 94 सीटों पर महागठबंधन में राजद-कांग्रेस के बीच खींचतान जारी है. दोनों ही दल हर हाल में चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहते हैं.
लेकिन, कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जहां दोनों अपने उम्मीदवार को जिताऊ बता रहे हैं. राजद ने अपने सिटिंग उम्मीदवारों में कुछ बदलाव किया है, लेकिन कांग्रेस ने अपने सभी सिटिंग विधायकों को फिर से मैदान में उतार दिया है. सूत्रों के मूताबिक, 94 सीटों में से 14 सीटें वाम दलों को चली गई हैं.
इनमें राजद और कांग्रेस की कुछ सिटिंग सीटें भी हैं. शेष सीटों में लगभग 60 सीटों पर राजद लड़ना चाहता है और 20 कांगेस को देना चाहता है. लेकिन, कांग्रेस इस चरण में लगभग 25 सीटों पर लड़ना चाहती है. उधर, कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक रविवार को हुई. चुनाव समिति की मुहर लगने के बाद सूची अब 14 अक्टूबर को जारी की जा सकती है.
नामांकन का समय खत्म होने के बाद ही कांगेस इस चरण की भी अधिकृत सूची जारी करेगी
ऐसे पहले चरण की सूची अगर तय रणनीति के तहत जारी की गई हो तो लगता है नामांकन का समय खत्म होने के बाद ही कांगेस इस चरण की भी अधिकृत सूची जारी करेगी. पार्टी में चल रहे विवाद को लेकर कांग्रेस उम्मीदवारों को सिम्बल अंतिम दिन देती है नामांकन खत्म होने के बाद सूची सार्वजनिक करती है.
कांग्रेस सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पहले चरण के 21 उम्मीदवारों के साथ दूसरे चरण की चार सीटों के सिटिंग उम्मीदवारों को पार्टी सिम्बल दे दिया गया है. इसमें कुशेश्वरस्थान से डॉ. अशोक राम, बेगूसराय से अमिता भूषण, भागलपुर से अजित शर्मा और बेतिया से मदन मोहन तिवारी को सिम्बल मिल गया है.
अलौली सीट राजद की है, लेकिन कांग्रेस ने उसपर भी दावा ठोका है. कांग्रेस वैशाली से वीणा शाही को चुनाव लडाना चाहती है. लेकिन राजद यह सीट हाल ही रालोसपा के राजद में आये पूर्व मंत्री वृशिण पटेल के लिए चाहती है. हालांकि, वीणा शाही का पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी अच्छे संबंध है. लेकिन राजद वृष्णि पटेल को भी निराश नहीं करना चाहता है.
इसी तरह मुजफ्फरपुर सीट के लिए भी राजद ने कोई उम्मीदवार तय किया है, लेकिन कांग्रेस विजेन्द्र चौधरी के लिए यह सीट मांग रही है. पारू से कांग्रेस पूर्व केन्द्रीय मंत्री उषा सिंह के पुत्र को उतारेगी. जबकि राजापाकर से कांग्रेस ने प्रतिमा देवी को उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा बाल्मिकीनगर सीट भी कांग्रेस मिल गया है. कांग्रेस ने लालगंज से निखिल कुमार के संबंधी राकेश कुमार पप्पू को टिकट दे दिया है.
राजद ने भी अपने कुछ सिटिंग उम्मीदवारों में बदलाव के साथ अधिकतर नाम तय कर लिये
उधर, राजद ने भी अपने कुछ सिटिंग उम्मीदवारों में बदलाव के साथ अधिकतर नाम तय कर लिये हैं. राजद सूत्रों के अनुसार कल्याणपुर से मनोज यादव, मधुबन से मदन साह, शिवहर से चेतन आनंद, बेलसंड से संजय कुमार गुप्ता, राजनगर से रामअवतार पासवान, कांटी से मो. इश्रायल मंसूरी, बैकुंठपुर से प्रेमशंकर यादव, सिटिंग सीट बरोली से नेमतुल्लाह को बदलकर रेयाजुल हक राजू, हथुआ से राजेश कुशवाहा, गोरैया कोठी से नूतन वर्मा, एकमा से श्रीकांत यादव, तरैया से सिपाही लाल मेहता, छपरा से रणधीर, सिटिंग सीट गरखा से मुनेश्वर चौधरी की जगह सुरेन्द्र राम का नाम तय किया है.
इसके अलावा अमौर से सुनील राम, परसा के विधायक और लालू प्रसाद यदव के समधी चंद्रिका राय जदयू में चले गये हैं. लिहाजा राजद ने वहां से छोटे लाल यादव को टिकट दिया है. हाजीपुर से देव कुमार चौरसिया, महुआ से मुकेश रोशन, महनार से रामा सिंह की पत्नी वीणा देवी को लड़ने का फैसला किया है.
वहीं, साहेबपुर कमला के सिटिंग विधायक श्रीनारायण यादव की जगह इस बार उनके पुत्र ललन यादव को मैदान में उतारा गया है. गोपालपुर शैलेश कुमार, नाथ नगर से अली अशरफ सिद्दीकी, अस्थावां से अनिल महाराज, इस्लामपुर से राकेश रोशन और कुम्हरार से डॉ. धमेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है.