बिहार चुनावः केवटी सीट पर तेजस्वी को झटका, राजद के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी हारे
By एस पी सिन्हा | Published: November 10, 2020 03:39 PM2020-11-10T15:39:52+5:302020-11-10T15:40:43+5:30
दरभंगा के केवटी विधानसभा सीट से पहला परिणाम सामने आया था, जिसमें केवटी में भाजपा प्रत्याशी मुरारी मोहन झा ने राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दकी को जबर्दस्त शिकस्त दे दी.
पटनाः बिहार में सत्ता में आने की तैयारियों में जुटी राजद को आज उसवक्त तगडा झटका लग गया, जब उसके कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दकी को हार का मुंह देखना पड़ा. दरभंगा के केवटी विधानसभा सीट से पहला परिणाम सामने आया था, जिसमें केवटी में भाजपा प्रत्याशी मुरारी मोहन झा ने राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दकी को जबर्दस्त शिकस्त दे दी.
हालांकि, चुनाव में राजद के जीत के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन चुनाव में राजद प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा. इस सीट पर भाजपा मुरारी मोहन झा 4890 वोटों से विजयी हुए हैं.
यहां उल्लेखनीय है कि अब्दुल बारी सिद्दीकी पिछले दिनों वायरल हुए अपने एक वीडियो की वजह से अचानक चर्चा में आ गए थे. इस वीडियो में अब्दुल बारी सिद्दीकी, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से 'आप लोगों की तो पांच साल की गारंटी है. हम लोगों की कोई गारंटी है?' कहते नजर आ रहे थे. हालांकि दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत एक अनौपचारिक मुलाकात के दौरान हुई थी.
लेकिन सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में इसकी काफी चर्चा रही. उनका यह वीडियो बहुत तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने लगा था. सोशल मीडिया पर इसे यह कहते हुए शेयर किया जाने लगा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत की भविष्यवाणी कर दी है. हालांकि तब अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपनी सफाई में कहा था कि तीन महीने पुराने इस वीडियो का चुनावी माहौल से कोई लेना-देना नहीं है.
बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण इस साल बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र 3 अगस्त को सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में आयोजित किया गया था और यह वीडियो उसी समय का बताया जा रहा है. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि करते हुए कहा था कि यह तीन महीने पुराना वीडियो है और इसका चुनावी माहौल से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने कहा था कि भले हमारी विचारधारा अलग हो, लेकिन सुशील मोदी छात्र आंदोलन के समय से मेरे मित्र हैं और यह वीडियो दो दोस्तों के बीच निजी बातचीत के दौरान हंसी-मजाक का हिस्सा था. इस तरह की निजी बातों का राजनीतिक इस्तेमाल ओछापन है. सिद्दीकी ने यह भी कहा कि हम दोनों की बातचीत एमएलसी और एमएलए चुनाव के संदर्भ को लेकर थी कि एमएलसी के लौटने की गांरटी होती है, जबकि एमएलए के चुनाव जीतने को लेकर अनिश्चतता रहती है.
उल्लेखनीय है कि सुशील मोदी बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. वहीं इस वीडियो में दिख रहे दूसरे किरदार सुशील मोदी ने तब कहा था कि राजद ने चुनाव से पहले ही हार स्वीकार कर ली है. तब सुशील मोदी कोरोना संक्रमित होने की वजह से पटना एम्स में भर्ती थे, अस्पताल से ही वीडियो जारी कर सुशील मोदी ने कहा था कि पिछले दिनों जब विधानसभा का सत्र ज्ञान भवन में चल रहा था, तो राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक टिप्पणी की और कहा कि मोदी जी, आप लोगों का तो पांच साल के लिए लौटने की गारंटी है.