Bihar Elections 2020: लोजपा में दो फाड़, चिराग से नाखुश चाचा पशुपति पारस, कहा-सीएम नीतीश सही काम कर रहे हैं

By एस पी सिन्हा | Published: October 16, 2020 07:28 PM2020-10-16T19:28:05+5:302020-10-16T19:28:05+5:30

बिहार विधानसभा चुनावः पशुपति कुमार पारस अब खुलकर नीतीश कुमार के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा है कि वे अभी राजनीति की बात करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन 20 तारीख के बाद मैं राजनीति पर खुले मन से बात करूंगा.

Bihar assembly elections 2020 LJP chirag paswan uncle Pashupati Paras unhappy CM Nitish good work | Bihar Elections 2020: लोजपा में दो फाड़, चिराग से नाखुश चाचा पशुपति पारस, कहा-सीएम नीतीश सही काम कर रहे हैं

चिराग पासवान ने फिर से दोहराया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर सकता.

Highlightsचिराग ने ट्वीट के जरिये कहा कि वो लड़ रहे हैं हम पर राज करने के लिए, हम लड़ रहे हैं खुद पर नाज करने के लिए.नीतीश कुमार से अब लड़ने का समय आ गया है. बिहार का नुकसान होते नहीं देखा जा सकता.राम विलास पासवान की वजह से छोटे भाई व लोजपा सांसद पशुपति पारस सबकुछ सहने के बाद भी चुप रहे.

पटनाः लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला जारी है. उन्होंने नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशान साधा है. चिराग ने ट्वीट के जरिये कहा कि वो लड़ रहे हैं हम पर राज करने के लिए, हम लड़ रहे हैं खुद पर नाज करने के लिए.

नीतीश कुमार से अब लड़ने का समय आ गया है. बिहार का नुकसान होते नहीं देखा जा सकता. चिराग कह रहे कि नीतीश कुमार ने 15 सालों में बिहार को रसातल में पहुंचा दिया. वे अब आगे मुख्यमंत्री नहीं बन सकते. इतना ही नहीं उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से बगावत कर जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिये हैं. 

इसबीच, चिराग के इस निर्णय से अब उनके घर में ही बगावत की स्थिति हो गई है. हालांकि असंतोष तो काफी पहले से ही है, लेकिन राम विलास पासवान की वजह से छोटे भाई व लोजपा सांसद पशुपति पारस सबकुछ सहने के बाद भी चुप रहे. लेकिन अब वे चुप नहीं रहने वाले हैं. उन्होंने ऐलान कर दिया है कि 20 अक्टूबर के बाद वे खुलकर बोलेंगे.

पशुपति कुमार पारस अब खुलकर नीतीश कुमार के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा है कि वे अभी राजनीति की बात करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन 20 तारीख के बाद मैं राजनीति पर खुले मन से बात करूंगा. हमारी दो मांग है, जिसे पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे. हमारी मांग है कि बिहार सरकार एक प्रस्ताव भेजें की रामविलास पासवान को भारत रत्न की उपाधि मिले.

नीतीश कुमार को पत्र लिखूंगा और जाकर मिलूंगा

मैं इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को पत्र लिखूंगा और जाकर मिलूंगा भी, मेरा उनसे कोई राजनीतिक दुर्भावना नहीं, वे तो हमारे बडे भाई हैं. उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में काम करने का बहुत अच्छा अनुभव था. अब किस परिस्थिति में लोजपा अलग हुई है, इसके बारे में हम 20 तारीख के बाद बताऊंगा. लेकिन आज भी मेरा उनके साथ अच्छा संबंध है.

हम नीतीश कुमार से मिलने जरूर जायेंगे. उसे मिलकर आग्रह करेंगे कि प्रधानमंत्री से रामविलास पासवान को भारत रत्न दिये जाने को लेकर पत्र भेजें. उनकी दूसरी मांग यह है कि 12 जनपथ को पासवान के नाम पर राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए. लोजपा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में हम लगभग पौने दो साल मंत्री रहे, इस दौरान हमने महसूस किया कि वे काफी अच्छे से काम करते हैं. नीतीश जी के काम करने का तरीका हमें बहुत अच्छा लगा. वे हमेशा विकास की बात करते थे.

उन्होंने आगे कहा कि अब इतना बडा राज्य है कहीं ना कहीं कुछ कमी हो जाती है. हम उनको देखे हैं, वह काफी विकास की बात करते थे. नीतीश कुमार तो विकास की बातें चौबीसो घण्टे करते थे, कैबिनेट में भी वे सिर्फ विकास की बातें करते थे. मंत्रियों के साथ वे सिर्फ विकास की ही बाते करते थे, उनमें कहीं कोई कमी नहीं है. चिराग की तरफ से नीतीश कुमार पर सवाल उठाने पर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि हम राजनीति पर बातें 20 अक्टूबर के बाद करेंगे. लेकिन अपना अनुभव बताते हैं कि बिहार में विकास हुआ है, कम हुआ है या अधिक हुआ लेकिन हुआ...

चिराग पासवान ने फिर से दोहराया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर सकता

इसबीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला जारी रखते हुए चिराग पासवान ने फिर से दोहराया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर सकता. राज करने के लिए फैसला करना होता तो नीतीश कुमार के साथ रहता. बिहार चुनाव में नीतीश कुमार के अगुवाई वाले एनडीए में सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पाई. इसके चलते लोजपा ने 143 सीटों पर अलग चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. चिराग पासवान बिहार में जदयू के खिलाफ प्रत्याशी उतारेंगे, लेकिन भाजपा को समर्थन करेंगे.

हालांकि कुछ सीटों पर भाजपा से भी फ्रेंडली फाइट की बात चिराग ने कही है. इससे पहले बुधवार को चिराग ने पहले चरण के तहत होने वाले चुनाव में खडे अपने प्रत्याशियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात करते हुए भी नीतीश पर हमला किया था. प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को इस्तेमाल करने को लेकर कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे अभिभावक हैं. वे हमारे दिल में रहते हैं. उनकी तस्वीर को लेकर कई लोग परेशान हैं. प्रधानमंत्री की तस्वीर की जरूरत नीतीश कुमार को है. 

इससे पहले भी चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को अहंकारी बताते हुए कहा कि वो खुद क्यों नहीं चुनाव लडते? उनको चुनाव लडना चाहिए, ताकि जनता का मूड पता चले. चिराग के अनुसार पापा (रामविलास पासवान) ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था. एक बेटे के तौर पर मैं बुरी तरह से आहत था, जब मेरे पिता का नीतीश कुमार द्वारा बार-बार अपमान किया गया था.

2019 में नीतीश कुमार ने मेरे सभी छह उम्मीदवारों को हराने की पूरी कोशिश की. उन्होंने कभी हमारे उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया. चिराग पासवान ने कहा कि 10 नवंबर को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. नतीजे के बाद बिहार में भाजपा-लोजपा की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री भाजपा का होगा. चिराग ने कहा कि मैं 2020 में मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता.

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