बिहार चुनावः चिराग पासवान खुद के घर भले ही रौशन नहीं कर सके, एनडीए और महागठबंधन को नुकसान पहुंचाया
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 11, 2020 05:43 PM2020-11-11T17:43:08+5:302020-11-11T17:48:27+5:30
चिराग पासवान की पार्टी ने 135 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन सिर्फ बेगूसराय की मटिहानी सीट से राजकुमार सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे जहां उन्होंने जदयू के बाहुबली उम्मीदवार बोगो सिंह को हराया। 54 सीटों पर कई दलों का सियासी खेल समाप्त कर दिया।
पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख चिराग पासवान खुद तो हारे कई दल को डुबो दिया। बिहार में एनडीए से अलग होकर 135 सीट पर चुनाव लड़ने वाले पासवान ने एनडीए और महागठबंधन को झटका दिया है।
चिराग पासवान की पार्टी ने 135 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन सिर्फ बेगूसराय की मटिहानी सीट से राजकुमार सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे जहां उन्होंने जदयू के बाहुबली उम्मीदवार बोगो सिंह को हराया। 54 सीटों पर कई दलों का सियासी खेल समाप्त कर दिया। चिराग ने भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी के 30 और राजद, कांग्रेस और वाम दलों को 24 सीट पर नुकसान पहुंचाया।
लोजपा ने ज्यादातर पर प्रत्याशी जदयू के खिलाफ उतारे। हालांकि भाजपा के बागी नेता को टिकट दिया। लेकिन कोई जीत न सका। हालांकि, गोविदंगज, लालगंज, भागलपुर, राघोपुर, रोसड़ा और नरकटियागंज जैसी सीट पर एलजेपी प्रत्याशी बीजेपी के खिलाफ भी चुनाव लड़ रहे थे।
इतने मुश्किल वक्त में भी मेरा हौसला नहीं टूटा।बिहार पर नाज़ करने के लिए अकेले चुनाव लड़ने का फ़ैसला लेना हुआ तो मैं घबराया नहीं।यहाँ कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें 15 साल सत्ता में रहने बाद भी 3 साथीयों का सहारा लेना पड़ता है।आप सभी के आशीर्वाद से बिहार जीतेगा और नया युवा बिहार बनेगा
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 6, 2020
चिराग पासवान ने कहा, ‘‘ हमें 25 लाख लोगों के वोट मिले
बहरहाल, पार्टी की हार के बाद लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, ‘‘ हमें 25 लाख लोगों के वोट मिले हैं, इस तरह बिहार के लोगों ने हमें अपना प्यार दिया है और बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ को समर्थन दिया। चुनाव में अकेले लड़ते हुए हमने 6 फीसदी वोट हासिल किए। हमें 'पिछलग्गू पार्टी' कहा जाता था जो केवल दूसरे के समर्थन से कुछ कर सकती है, लेकिन हमने साहस दिखाया।’’
उन्होंने कहा कि हम राज्य में नीतीश कुमार को समर्थन नहीं देंगे, लेकिन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन जारी रहेगा। बिहार विधानसभा चुनाव के मतगणना के आंकड़ों के अनुसार, लोजपा मटिहानी सीट जीती है, जहां उसने जदयू को ही हराया है। वहीं एकमा सीट से जदयू की सीता देवी राजद के श्रीकांत यादव से करीब 14 हजार वोट से हारीं। यहां पर लोजपा उम्मीदवार कामेश्वर सिंह मुन्ना को करीब 30 हजार वोट मिले। दिनारा से लोजपा उम्मीदवार राजेंद्र सिंह दूसरे स्थान पर रहे और राजद को जीत मिली और जदयू उम्मीदवार तीसरे नंबर पर चला गया।
सभी लोजपा प्रत्याशी बिना किसी गठबंधन के अकेले अपने दम पर शानदार चुनाव लड़े।पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है।लोजपा इस चुनाव में बिहार1st बिहारी1st के संकल्प के साथ गई थी।पार्टी हर ज़िले में मज़बूत हुई है।इसका लाभ पार्टी को भविष्य में मिलना तय है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 10, 2020
रघुनाथपुर सीट पर लोजपा और जदयू के मतों की कुल संख्या राजद से नौ हजार अधिक हो जाती है, लेकिन यह सीट राजद के खाते में गई है। वहीं, इस्लामपुर से जदयू प्रत्याशी करीब साढ़े तीन हजार वोटों से हारा और वहां लोजपा उम्मीदवार को साढ़े आठ हजार से अधिक मत मिले हैं। अलौली सीट से जदयू को 2773 वोट से राजद से मात मिली और वहां लोजपा को 26 हजार वोट मिले हैं। महाराजगंज सीट पर कांग्रेस ने जदयू को 1976 वोट से हराया जबकि यहां लोजपा को 18 हजार से अधिक वोट मिले।
राजापाकड़ सीट से जदयू की 1500 वोटों से हार हुई और यहां लोजपा को 24 हजार वोट मिले
राजापाकड़ सीट से जदयू की 1500 वोटों से हार हुई और यहां लोजपा को 24 हजार वोट मिले। इसी प्रकार खगड़िया, ओबरा, गायघाट, महनार, चेनारी, जमालपुर, जगदीशपुर, महुआ, दरभंगा ग्रामीण, साहेबपुर कमाल सीटों पर लोजपा को मिले वोट से कम वोट से जदयू की हार हुई है। सिमरी बख्तियारपुर सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी करीब डेढ़ हजार वोटों से हारे हैं और यहां लोजपा उम्मीदवार को करीब सात हजार मत मिले हैं।
सुगौली में लोजपा को 24 हजार वोट मिले और यहां वीआईपी की 3447 वोटों से हार हुई। लोजपा के कारण चुनाव में जदयू को नुकसान पहुंचने के बारे में एक सवाल के जवाब में चिराग पासवान ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि कितनी ही ऐसी सीटें हैं जिस पर लोजपा के कारण जदयू को नुकसान हुआ है।
मुझे पार्टी पर गर्व है की सत्ता के लिए पार्टी झुकी नहीं।हम लड़े और अपनी बातों को जनता तक पहुँचाया।जनता के प्यार से इस चुनाव में पार्टी को बहुत मज़बूती मिली है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 10, 2020
बिहार की जनता का धन्यवाद ।
हमने शुरू से ही कहा है कि भाजपा को लाभ पहुंचाना और जदयू को नुकसान पहुंचाना हमारा उद्देश्य है और यह बात किसी से छिपी नहीं थी । चिराग ने कहा कि इसके साथ ही हम चाहते थे कि लोजपा का प्रदर्शन बेहतर रहे और सीटों के हिसाब से हम ऐसा नहीं कर पाये। लेकिन इस चुनाव में पार्टी का आधार मजबूत हुआ है और हम 2025 में मजबूती के साथ उतरेंगे । लोजपा नेता ने कहा कि जो परिणाम आए हैं उससे यह साफ़ है कि भाजपा के प्रति लोगों में उत्साह है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जीत है।