Bihar assembly elections 2020: गुप्तेश्वर पांडेय को झटका, पूर्व कॉन्स्टेबल से हार गए एक्स DGP गुप्तेश्वर पांडेय
By एस पी सिन्हा | Published: October 8, 2020 08:27 PM2020-10-08T20:27:46+5:302020-10-08T20:27:46+5:30
जदयू ने टिकट देने के इंकार कर दिया था. अब भाजपा ने भी गले लगाने से साफ मना कर दिया. बक्सर से भाजपा ने पूर्व कॉन्स्टेबल परशुराम चतुर्वेदी को उम्मीदवार के रूप में एलान कर दिया. ऐसे में बक्सर शहर में चल रहे गुप्तेश्वर पांडेय के दफ्तर में आज बड़ा ताला लटक गया.
पटनाः सियासी महत्वाकांक्षा के लिए गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार के डीजीपी पद से वीआरएस लिया, लेकिन उनकी किस्मत ने फिर से धोखा दे दिया और वह कहीं के नहीं रहे. विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला है. चुनाव के ठीक पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले कर उन्होंने जदयू की की सदस्यता ग्रहण की थी.
पहले जदयू ने टिकट देने के इंकार कर दिया था. अब भाजपा ने भी गले लगाने से साफ मना कर दिया. बक्सर से भाजपा ने पूर्व कॉन्स्टेबल परशुराम चतुर्वेदी को उम्मीदवार के रूप में एलान कर दिया. ऐसे में बक्सर शहर में चल रहे गुप्तेश्वर पांडेय के दफ्तर में आज बड़ा ताला लटक गया.
दरअसल, बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने पिछले महीने आनन फानन में वीआरएस ले लिया था. इरादा साफ था-सियासी पारी खेलना. लिहाजा कुछ दिन पहले बकायदा जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली. गुप्तेश्वर पांडेय के लोगों ने बक्सर में अपना चुनावी कार्यालय भी खोल लिया था. प्रचार शुरू हो गया था कि पांडेय जी ही बक्सर से उम्मीदवार होंगे.
पांच दिन पहले ही जदयू ने उन्हें बता दिया था कि टिकट नहीं मिलने वाला
जदयू सूत्रों की मानें तो पांच दिन पहले ही जदयू ने उन्हें बता दिया था कि टिकट नहीं मिलने वाला. सूत्रों के मुताबिक गुप्तेश्वर पांडेय रात में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे. वहां उन्हें साफ साफ कह दिया गया कि बक्सर से टिकट नहीं मिलने वाला.
पांडेय जी ने तब बेगूसराय से टिकट देने की मांग रख दी थी. इसके बाद नीतीश कुमार नाराज हो गये थे. पांडेय जी बैरंग वापस लौटे थे. भाजपा के एक नेता के मुताबिक गुप्तेश्वर पांडेय ने जदयू के इंकार के बाद भाजपा में जुगाड लगाना शुरू कर दिया था. उन्होंने भाजपा को मैनेज करने की पूरी कोशिश की.
पटना से लेकर दिल्ली तक के नेताओं को पकड़ा गया. लेकिन भाजपा मानने को तैयार नहीं हुई. बक्सर से भाजपा ने आज अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया. इसके बाद गुप्तेश्वर पांडेय के चुनाव कार्यालय पर ताला लगा दिया गया. उनके समर्थक निराश होकर लौट गये.यहां बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय दूसरी बार सियासत में फेल हुए. इससे पहले 2009 में उन्होंने नौकरी से वीआरएस ले लिया था. तब वे बक्सर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट के दावेदार थे. लेकिन भाजपा ने टिकट नहीं दिया.
पांडेय फिर से नौकरी में लौटे और डीजीपी की कुर्सी तक पहुंच गये
जुगाड़ के सहारे गुप्तेश्वर पांडेय फिर से नौकरी में लौटे और डीजीपी की कुर्सी तक पहुंच गये. लेकिन इस दफे भी किस्मत ने साथ नहीं दिया. इसके बाद अब पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने फेसबुक पर पोस्ट लिखा है कि वे शुभचिंतकों के फोन से परेशान हैं. वे उनकी चिंता और परेशानी भी समझते हैं.
उन्होंने लिखा है, ''सेवामुक्त होने के बाद सबको उम्मीद थी कि मैं चुनाव लडूंगा, लेकिन मैं इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड रहा. हताश निराश होने की कोई बात नहीं है. धीरज रखें. मेरा जीवन संघर्ष में ही बीता है. मैं जीवन भर जनता की सेवा में रहूंगा.
गुप्तेशवर पांडेय ने शुभचिंतकों से धीरज रखने और मुझे फोन नहीं करने का आग्रह किया है. उन्होंने आगे लिखा है कि उनका जीवन बिहार की जनता को समर्पित है. आगे अपनी जन्मभूमि बक्सर की धरती और वहां के सभी जाति मजहब के सभी बडे-छोटे भाई-बहनों माताओं और नौजवानों को प्रणाम करते हुए लिखा है कि उनके चाहने वाले अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें.
इसबीच, बक्सर से एनडीए उम्मीदवार के रेस में पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को मात देकर टिकट हासिल करने वाले भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी अब विवादों में घिर गए हैं. उनकी एक तस्वीर तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर उस वक्त की है जब परशुराम चतुर्वेदी शराब पी रहे हैं. इस तस्वीर को लेकर बक्सर का सियासी पारा गर्मा गया है.
वायरल तस्वीर में परशुराम चतुर्वेदी के सामने गिलास में कोई तरल पदार्थ नजर आ रहा है. सामने प्लेट रखी है, जिसमें चिप्स के टुकडे पडे हुए हैं और परशुराम चतुर्वेदी हाथों में मोबाइल लेकर उसे देख रहे हैं. अब सियासी पारा इसी वायरल तस्वीर को लेकर चढ़ा हुआ है.
वायरल तस्वीर को लेकर परशुराम चतुर्वेदी ने सफाई देते हुए कहा है कि यह उनके खिलाफ एक बड़ी साजिश है. चुनाव के दौरान राजनीतिक साजिश के तौर पर उनकी ऐसी तस्वीर को वायरल किया जा रहा है. जिससे लोगों को यह लगे कि वह शराब पी रहे हैं. हालांकि, हकीकत यह है कि वह चाय पी रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को अचानक से तब वायरल किया गया जब परशुराम चतुर्वेदी को भाजपा ने बक्सर सीट से उम्मीदवार बना दिया. अब वह नामांकन करने जा रहे हैं.