Bihar Elections 2020: कांग्रेस ने कहा-डिग्री दिखाओ, नौकरी पाओ, भाजपा ने कहा-सुरजेवाला को यह पता नहीं डॉक्टर की डिग्री कैसे मिलती है?
By एस पी सिन्हा | Published: October 31, 2020 02:39 PM2020-10-31T14:39:54+5:302020-10-31T14:39:54+5:30
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इसके तहत लोक सेवा आयोग की बजाए डीजी हेल्थ सर्विसेज अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट-डिग्री की वैधता की जांच कर इंटरव्यू के आधार पर उनको तुरंत नियुक्ति पत्र देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूर्व में हरियाणा में यह सिस्टम ला चुकी है. एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है.
पटनाः बिहार में ’रोजगार’ बनाम ’जंगलराज’ के बीच चल रहे चुनावी शह और मात की राजनीति के बीच अब कांग्रेस ने वादा किया है कि महागठबंधन की सरकार बनने पर बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए 'ओपन रिक्रूटमेंट सिस्टम' और 'राइट टू हेल्थ' लाया जाएगा.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया है कि कांग्रेस सरकार में डिग्री दिखाकर डॉक्टर नौकरी पा सकते हैं क्योंकि बिहार में डॉक्टरों की कमी है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इसके तहत लोक सेवा आयोग की बजाए डीजी हेल्थ सर्विसेज अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट-डिग्री की वैधता की जांच कर इंटरव्यू के आधार पर उनको तुरंत नियुक्ति पत्र देंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूर्व में हरियाणा में यह सिस्टम ला चुकी है. एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है.
इसमें सुधार तब तक नहीं होगा जब तक डॉक्टरों, लैब टेक्निशियनों, रेडियो लॉजिस्ट, नर्सों, गाइनोकोलाजिस्ट, स्पेशलिस्ट और रेगुलर डॉक्टरों की कमी रहेगी. उन्होंने कहा कि यह राजनीति का विषय नहीं है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने पर एमबीबीएस, गाइनोकोलाजिस्ट, डेंटिस्ट, हार्ट स्पेशलिस्ट सहित विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डिग्री दिखाओ, इंटरव्यू दो और नौकरी पाओ सिस्टम लागू किया जाएगा. नर्सेज की कार्यक्षमता की विशेष ढंग से जांच कर उनकी नियुक्ति की जाएगी. इस पर भाजपा ने पलटवार किया है. उनके समझदारी पर ही सवाल खडा कर दिया है.
सुरजेवाला को यह पता नहीं डॉक्टर की डिग्री कैसे मिलती है?
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पलटवार करते हुए कहा है कि सुरजेवाला को यह पता नहीं डॉक्टर की डिग्री कैसे मिलती है? जब डिग्री के बारे में पता ही नहीं है, तो वह कैसे नौकरी देने की बात करते हैं. कोरोना के वैक्सीन को मुफ्त में देने के बयान को चुनाव आयोग द्वारा क्लीन चिट देने पर चौबे ने कहा कि कोरोना का टीका का परीक्षण चल रहा है. इसमें कामयाबी भी मिल रही है. अगर टीका आता है तो सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों को वह भरोसा देते हैं कि टीका फ्री में दिया जाएगा.
तेजस्वी यादव के द्वारा पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देने के बयान पर पलटवार करते हुए चौबे ने कहा कि जिसको मुद्दा ही समझ में नहीं आता है, जो दसवीं पास ही नहीं कर सका, वो व्यक्ति नीतीश कुमार को कोसने का काम करता है. वो कैबिनेट का सही स्पेलिंग कर दे यही बहुत है. उनके पिताजी ने एक लाख नौकरी देने का छपरा में एलान किया था और सबसे पैसा वसूल लिया. उस पैसे को लेकर लोग आंदोलन कर रहे थे. ये गप्पू,पप्पू और लप्पू की टीम है इनसे सावधान रहें.
उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर चुनाव होना
यहां उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें कांग्रेस के खाते में 24 सीटें गई हैं. इनमें पिछले चुनाव में इसकी जीती हुई सीटों की संख्या सात है. खास बात यह है कि इस चरण की जो सीटें कांग्रेस को मिली हैं, उनमें मात्र आठ पर ही गत चुनाव में वह लड़ी थी. शेष सीटें पार्टी के लिए नई हैं. इन सीटों पर भी जीत दर्त करना चुनौती है.
रोसडा से चुनाव जीते पार्टी के बडे़ नेता डॉ. अशोक कुमार इस बार कुशेश्वर स्थान से किस्मत आजमा रहे हैं. मांझी से चुनाव जीते पूर्व मंत्री विजय शंकर दुबे को पार्टी ने महाराजगंज से उतारा है. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बेगूसराय से चुनाव मैदान में हैं. पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार कृपानाथ पाठक को भी इसी चरण में अपनी किस्मत आजमानी है, वह फूलपरास से उम्मीदवार हैं. इसतरह दूसरे चरण में कांग्रेस की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है.