Bihar assembly elections 2020: कांग्रेस को उलझन में डालते हैं थरूर, अय्यर और दिग्विजय, विवादास्पद बयानों का इंतजार रहता है बीजेपी को?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: October 19, 2020 07:54 PM2020-10-19T19:54:24+5:302020-10-19T19:54:24+5:30
बीजेपी ने एक बार फिर उपलब्धियों पर चर्चा करने के बजाय पाकिस्तान को लेकर इमोश्नल मुद्दों को उठाना शुरू कर दिया है, पहले जिन्ना का मुद्दा उठा और अब शशि थरूर के बयान को लेकर चुनावी सियासत शुरू हो गई है.
जयपुरः शशि थरूर जो भी बयान देते हों, उसका उन्हें कोई फर्क पड़ता हो या नहीं, कांग्रेस को जरूर उलझन में डाल देते हैं. यही वजह है कि उपलब्धि-मुक्त बीजेपी को अक्सर चुनाव के समय शशि थरूर, मणिशंकर अय्यर, दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के विवादास्पद बयानों का इंतजार रहता है.
अब बिहार में चुनाव हैं, तो बीजेपी ने एक बार फिर उपलब्धियों पर चर्चा करने के बजाय पाकिस्तान को लेकर इमोश्नल मुद्दों को उठाना शुरू कर दिया है, पहले जिन्ना का मुद्दा उठा और अब शशि थरूर के बयान को लेकर चुनावी सियासत शुरू हो गई है.
खबर है कि विवादास्पद बयानों के लिए चर्चित कांग्रेस नेता शशि थरूर एकबार फिर से अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. जाहिर है, ऐसे मौके पर बीजेपी को सियासी हमला बोलना ही था. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए शशि थरूर का कहना था कि तब्लीगी जमात की घटना को भारत के मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव को सही ठहराने के लिए इस्तेमाल किया गया.
ऐसे किसी मौके का इंतजार कर रहे, अमर्यादित सियासी हमलों के लिए जाने जाने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा- शशि थरूर ने भारत का मजाक बनाया है, भारत को बहुत ही खराब दृश्य से दिखाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि भारत की सरकार कोविड के मैनेजमेंट में कहीं-कहीं फेल हो रही है. भारत की मीडिया पोल के जरिए दिखा रही है कि जनता-जर्नादन मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट है.
पीएम मोदी सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि- कोविड को लेकर पूरा विश्व देख रहा कि हिंदुस्तान को मोदीजी ने किस प्रकार से सुरक्षित रखा, समय से लॉकडाउन हुआ, किस प्रकार 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न पहुंचाने का काम किया गया और आगे भी छठ पूजा तक चलता रहेगा.
संबित पात्रा ने आगे कहा कि- किस प्रकार से 150 देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया. इन सभी के बावजूद इस प्रकार का स्टेटमेंट देना कि भारत सरकार फेल हो गई है, वह भी लाहौर में, आप सोचिए कि किस प्रकार की मनःस्थिति कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के मित्र शशि थरूरजी की है? दरअसल, हर कांग्रेसी नेता के विवादास्पद बयान के साथ राहुल गांधी का नाम जरूर जोड़ा जाता है, लेकिन शायद राहुल गांधी के पास- मन से माफ नहीं करने, का आप्शन नहीं है!