बिहार विधानसभा चुनावः सीएम नीतीश की भावुक अपील, मेरा आखिरी चुनाव, जानिए आगे क्या होगा!
By एस पी सिन्हा | Updated: November 5, 2020 21:39 IST2020-11-05T21:38:03+5:302020-11-05T21:39:24+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण की 78 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर आज शाम छह बजे थम गया. 7 नवंबर को 15 जिलों के 78 सीटों पर मतदान होगा.

शनिवार को अंतिम चुनाव है, ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों कहा यह एक बड़ा सवाल है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के आज आखिरी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बडा ऐलान कर सबको चौंका दिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि इस बार का विधान सभा चुनाव उनका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अंतिम चुनाव है.
आखिरी चरण के मतदान से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किये गये इस बडे़ ऐलान ने राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी है. बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण की 78 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर आज शाम छह बजे थम गया. 7 नवंबर को 15 जिलों के 78 सीटों पर मतदान होगा.
ऐसे में अंतिम चरण के रण से पहले सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. बिहार सरकार के बड़ी संख्या में मंत्रियों और कई दिग्गज नेताओं के चुनावी अखाडे में उतरे होने के कारण बिहार चुनाव का अंतिम चरण बेहद खास हो गया है. इस चरण में सरकार के 11 मंत्रियों की किस्मत का फैसला होना है. विपक्ष के कद्दावर नेताओं का फैसला इसी चरण में होगा. इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा है कि यह उनका आखिरी चुनाव है. इसके बाद वे चुनाव नहीं लड़ेंगे.
आज पूर्णिया जिले के धमदाहा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात की घोषणा की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मौजूदा चुनाव उनका आखिरी चुनाव है. उन्होंने कहा कि जान लीजिए आज चुनाव का आखिरी दिन है और परसों चुनाव है और यह मेरा अंतिम चुनाव है. अंत भला तो सब भला. वो लेशी सिंह के समर्थन में रैली करने पहुंचे थे.
शनिवार को अंतिम चुनाव है, ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों कहा यह एक बड़ा सवाल है. लेकिन अंत भला तो सब भला कहकर मुख्यमंत्री नीतीश ने ऐलान किया है. नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार के चुनाव में अधिक से अधिक लोग वोट देकर एनडीए को जिताये ताकि हम विकास कर सके.
नीतीश कुमार के इस ऐलान के बाद माना जा रहा है कि वह 2020 के इस चुनाव के बाद अब वह राजनीति से खुद को अलग कर लेंगे. उन्होंने अपने इस चुनाव को आखिरी चुनाव बताते हुए लोगों से आखिरी मौका देने की अपील की. नीतीश ने कहा कि अंत भला तो सब भला इसलिए आप आखरी मौका दे. नीतीश कुमार ने कहा कि जंगलराज में स्वास्थ्य विभाग का बुरा हाल था. हॉस्पिटलों में डॉक्टर नहीं रहते थे. इलाज की बात छोड़िए दवा नहीं मिलता था, लेकिन अब हालात बदल चुका है.
नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों की कठिनाइयों के बारे में सोचकर उसके हिसाब से काम किया जा रहा है. गांवों को सडकों से जोडा गया. लडकियों को साइकिल और पोशाक दिया. हर घर तक नल का जल और हर घर बिजली पहुंचाया. जब से मौका मिला है तब से बिहार के लिए वह काम करते आ रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को काम से मतलब नहीं था. जब उनको काम करने का मौका मिला तो हॉस्पिटल का क्या हाल था, सबको पता है. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. एक पीएचसी में हर माह करीब 10 हजार लोग इलाज के लिए आते हैं. डॉक्टर मौजूद रहते हैं दवा भी मिलता है. एक-एक चीज पर काम किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमने पहले ही कहा कि राज्य के खजाने पर हक आपदा पीडितों का है. लेकिन जंगलराज के दौरान कुछ नहीं दिया जाता था. हम तो बाढ़ पीड़ितों के लिए काम करते रहे हैं.