Bihar assembly elections 2020: 'मुंबई में बत्ती गुल बा, बिहार में लाइट फुल बा’, सीएम नीतीश की वर्चुअल रैली, विपक्ष पर हमला
By एस पी सिन्हा | Published: October 13, 2020 06:47 PM2020-10-13T18:47:15+5:302020-10-13T18:47:15+5:30
नीतीश कुमार ने 'निश्चय संवाद' के दूसरे दिन के पहले चरण में 11 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को सम्बोधित किया. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हम लोगों ने काम किया है हमसे पहले पति-पत्नी को राज मिला उन्होंने क्या किया?
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर से निश्चय संवाद को संबोधित करते हुए एक बार फिर से विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मुझे बिहार के लोगों की सेवा करने पर भरोसा है, लेकिन कुछ लोगों को सिर्फ मेवा से मतलब रहता है.
उनको बिहार की जनता से कोई लेना देना नहीं है. नीतीश कुमार ने 'निश्चय संवाद' के दूसरे दिन के पहले चरण में 11 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों को सम्बोधित किया. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हम लोगों ने काम किया है हमसे पहले पति-पत्नी को राज मिला उन्होंने क्या किया?
नीतीश कुमार ने कहा कि उनके लिए पति-पत्नी-बच्चे ही सब कुछ, हमारे लिए समाज ही परिवार है. उन्होंने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग रोजगार देने की बात कर रहे हैं. लेकिन बिहार के बारे में जानकारी ही नहीं है और सिर्फ बोलते रहते हैं. देश-विदेश में कहीं ऐसा है क्या कि सभी को नौकरी दी जा सकती है? लेकिन पता नहीं कैसे-कैसे सलाहकार हैं जो इस तरह की सलाह देते हैं. लेकिन सिर्फ बोलना काम है और प्रचार पाना मकसद है. लेकिन हमें तो सक्षम बिहार-स्वावलंबी बिहार बनाना है. अगर बिहार की जनता मौका देगी तो हम सात निश्चय-2 लागू करेंगे.
कुमार के आज के निश्चय संवाद में भी "बिहार में का बा?' की गूंज सुनाई पड़ी
नीतीश कुमार के आज के निश्चय संवाद में भी "बिहार में का बा?' की गूंज सुनाई पड़ी. नीतीश कुमार से पहले कार्यक्रम को ललन सिंह और अशोक चौधरी ने संबोधित किया. तब अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार को मंच पर आमंत्रित करने से पहले कहा कि ‘मुंबई में बत्ती गुल बा, बिहार में लाइट फुल बा’. उनका मकसद बिहार में बिजली के विकास पर ध्यान दिलाना था.
इसके बाद मंच पर आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी का अभिवादन किया. उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. साथ ही जिक्र किया कि वो पीएम मोदी के साथ भी चुनावी अभियान पर निकलेंगे. कोरोना से बिहार ने किस प्रकार जंग लड़ी जा रही है. फिर लालू परिवार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि हमें काम करने का मौका मिला और हमने काम किया.
कोरोना की वजह से चुनाव प्रचार का समय काफी कम
उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना की वजह से चुनाव प्रचार का समय काफी कम है. ऐसे में सभी जगहों पर पहुंचना संभव नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार आयेंगे, उनके साथ भी हम चुनाव प्रचार में जायेंगे. इसलिए वर्चुअल माध्यम से लोगों से समपर्क कर रहे हैं. ऐसा करने से लोगों के बीच हम अपनी बात पहुंचा सकते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण में अब कमी आई है. लेकिन कुछ बिना वजह तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. कोरोना संकट में करीब 22 लाख लोग बिहार लौटे हैं. हमलोगों ने हर तरह से काम किया है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में महिला उत्थान के लिए कई काम किये गए हैं. हमलोगों ने महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35 फीसदी आरक्षण दिया है.
इसका फायदा साफ-साफ दिख रहा है. जीविका समूह के माध्यम से महिलाओं का कल्याण हुआ है. उन्होंने लालू परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि जब पंद्रह साल मौका मिला था तो शिक्षा-स्वास्थ्य में क्या काम किया था? हमलोगों ने शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को बहुत आगे बढ़ाया है. पहले से लेकर आज तक हमने काम किया है, सिर्फ हम बता रहे हैं.
एससी-एसटी वर्ग के कल्याण के लिए हमने काफी काम किये हैं. हमलोगों ने एससी-एसटी को न्यायिक सेवा में भी आरक्षण दिया है. पहले था क्या लेकिन हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो आरक्षण देने का काम किया. इसके खिलाफ कई लोग कोर्ट गये, लेकिन सफलता नहीं मिली. हमलोगों ने जो नियम बनाये थे वो सही थे, लिहाजा उनलोगों को कोर्ट से भी लाभ नहीं मिला.
नीतीश कुमार ने कहा कि लोग अल्पसंख्यकों के नाम पर वोट लेते हैं. लेकिन उनके लिए क्या है? भागलपुर में जो दंगा हुआ उसके लिए क्या किया? हमने सरकार में आते ही जांच कराई, पीडितों को 2500 रुपए प्रतिमाह देने का प्रावधान किया. लेकिन वोट सभी लोग लेते हैं. लेकिन वह बताए की इस समाज के लिए उन्होंने क्या किया है?
सरकार ने अल्पसंख्यक युवाओं और महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं चलाई
उन्होंने आगे कहा ‘हमारी सरकार ने अल्पसंख्यक युवाओं और महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं चलाई. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू से हाशिये पर रह रहे अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यकों, अतिपिछडा समाज सहित सभी के लिए अनेक योजनाएं बनाई है. उनको मुख्य धारा से जोड़ा गया है.
उद्यमी योजना की हमने शुरुआत की है. अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग को लोन दे रहे हैं, अनुदान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए काम कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अगले पांच साल के लिए सात निश्चय पार्ट-2 बनाया गया है.
जनता काम करने का मौका देगी तो सात निश्चय पार्ट-2 पर काम करके बिहार का विकास किया जाएगा. हमारी सरकार तरह से सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि ‘विपक्षियों के पास काम करने का अनुभव नहीं है. वो सिर्फ बयानबाजी में भरोसा करते हैं.’ हमने कहा था कानून का राज स्थापित करेंगे, न्याय के साथ विकास करेंगे, हर तबके का विकास करेंगे और किया है. हम लोगों ने काम किया है हमसे पहले पति-पत्नी को राज मिला. उन्होंने क्या किया? कानून की क्या स्थिति थी?
लोग सही कहते हैं कि नई पीढ़ी को बताना चाहिए बिहार में जंगलराज के बारे में. लोग विकास की बात करते हैं लेकिन उनको पता ही नहीं है कि बिहार का कितना विकास हुआ है. पूरे राज्य की वृद्धि हुई है कोई यहां उद्योग नहीं लगाना चाहता, क्योंकि यहां समुद्र नहीं है, इसलिए हम स्थानीय स्तर पर उद्योग लगाने के लिए काम कर रहे हैं. आज जीडीपी 2006-07 के 88 हजार करोड से 4 लाख 14 हजार 977 करोड हो गया है. प्रति व्यक्ति आय 34 हजार 483 रुपये हो गई है.
तंज कसा कि लोगों ने उनकी मुहिम का समर्थन किया
उन्होंने तंज कसा कि लोगों ने उनकी मुहिम का समर्थन किया, लेकिन विपक्षियों ने मानव श्रृंखला में भाग लेने वालों को पार्टी से निकाल दिया. मुख्यमंत्री ने पंचायती चुनाव में आरक्षण को अपनी सरकार की देन बताया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने सभी लोगों की हरसंभव मदद की कोशिश की. करीब 15 लाख लोगों को क्वारंटीन किया गया. उनमें से हर एक पर 5300 रुपए खर्च हुए. जांच से लेकर इलाज तक सभी बातों का ख्याल रखा गया. नीतीश कुमार ने कहा कि बच्चों-बच्चियों की पढ़ाई के लिए काम किया.
पहले पूरे बिहार में 1 लाख 70 हजार से भी कम लडकियां स्कूल जाती थी. अब 9 लाख से भी ज्यादा हो गई. बिहार में प्रजनन दर को हम लोगों ने कंट्रोल किया है. लोगों को शिक्षित करने से ऐसा हुआ है. हमने लड़कियों की शिक्षा के लिए काम किया, इस बार मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा थी. जो बच्चे स्कूल से वंचित थे उनको स्कूल पहुंचाने का काम किया.
लड़कियों के लिए आरक्षण दिया. इसका प्रभाव दिखा लड़कियां पढ़ने लगीं, आगे बढ़ने लगीं और उनकी हर क्षेत्र में भागीदारी बढी है. इसको आगे भी हर क्षेत्र में लागू करेंगे. हमने लडकियों की शिक्षा के लिए उनको बढ़ावा देने के लिए साइकिल योजना की शुरूआत की, लोग मजाक उड़ाते थे, लेकिन उसका प्रभाव आप सब के सामने है. हमने लड़कियों के साथ लड़कों को भी साइकिल दी.
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— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 13, 2020